कतर ने 3डी प्रिंटिंग तकनीक का उपयोग करते हुए दुनिया की सबसे बड़ी निर्माण परियोजना शुरू कर दी है. इस परियोजना के तहत दो विशाल पब्लिक स्कूलों का निर्माण दोहा में शुरू किया गया है. ये अपनी भव्यता, महत्वाकांक्षा और डिजिटल नवाचार के लिहाज से पूरी दुनिया में पहली बार हो रहा है.
20,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्कूल का निर्माण
इस ऐतिहासिक परियोजना का नेतृत्व UCC होल्डिंग कर रही है, जो कतर की पब्लिक वर्क्स अथॉरिटी (Ashghal) के साथ साझेदारी में इसे अंजाम दे रही है. हर स्कूल का निर्माण 20,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया जाएगा, जिससे कुल 3डी-प्रिंटेड निर्माण क्षेत्र 40,000 वर्ग मीटर तक पहुंच जाएगा. यह अब तक विश्वभर में बनाए गए किसी भी 3डी-प्रिंटेड ढांचे से 40 गुना बड़ा होगा.
यह परियोजना पूरे देश में 14 नए पब्लिक स्कूलों के निर्माण की एक पहल का हिस्सा है. इन दोनों डिजिटल तकनीक से निर्मित स्कूलों को दो मंजिला शैक्षणिक इमारतों के रूप में डिजाइन किया गया है, जिनमें से प्रत्येक को 100 बाई 100 मीटर के भूखंड पर बनाया जा रहा है.
दुनिया के सबसे बड़े निर्माण प्रिंटर
यह परियोजना टिकाऊ, कुशल और डिजिटल तकनीकों से संचालित तरीकों के जरिए बड़े पैमाने पर सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण को फिर से परिभाषित करने जा रही है. इस ऐतिहासिक निर्माण को साकार करने के लिए UCC ने डेनमार्क की 3डी कंस्ट्रक्शन प्रिंटिंग में अग्रणी कंपनी COBOD को नियुक्त किया है. COBOD ने दो BODXL प्रिंटर उपलब्ध कराए हैं, जिनमें से प्रत्येक की लंबाई 50 मीटर, चौड़ाई 30 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर है—जो कि एक बोइंग 737 हैंगर के आकार के बराबर है. ये दुनिया के सबसे बड़े निर्माण प्रिंटर हैं.
कई महीनों की तैयारी के बाद जिसमें साइट डेवलपमेंट, प्रिंटर असेंबली और दोहा में एक समर्पित परीक्षण स्थल पर 100 से अधिक फुल-स्केल ट्रायल प्रिंट शामिल थे. जून महीने में ऑन-साइट प्रिंटिंग आधिकारिक रूप से शुरू हो गई.
UCC की विशेषज्ञों की टीम में इंजीनियर, आर्किटेक्ट, मटीरियल साइंटिस्ट और प्रिंटर टेक्नीशियन शामिल हैं. इन्होंने मिलकर COBOD के साथ मिलकर प्रिंट मटीरियल को परिष्कृत करने, कतर की जलवायु में टिकाऊपन की जांच करने और उच्च सटीकता के लिए एक कस्टम नोजल विकसित करने का कार्य भी किया है.
3डी प्रिंटिंग तकनीक के लाभ
पिछले महीने मई में टीम ने COBOD इंजीनियरों के साथ गहन प्रशिक्षण लिया, जिसमें प्रिंटर के संचालन से लेकर लाइव क्वालिटी कंट्रोल तक सभी पहलुओं को शामिल किया गया. यह कदम कतर को उन्नत निर्माण तकनीकों में क्षेत्रीय अग्रणी के रूप में स्थापित करता है.




