भारतीय रेलवे ने रिज़र्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन अर्थात RAC को ग़रीब रथ जैसी ट्रेनों से हटाने के लिए आदेश पारित कर दिया है और अब इन ट्रेनों में RAC टिकट नहीं मिलेंगे. ग़रीब रथ ट्रेन में की सीट की संख्या ज़्यादा होती है तीन और यात्रियों के लिए बोहोत पर्याप्त जगह नहीं होता है कि वह ज़्यादा सहूलियत के साथ यात्रा कर पाए.
ऐसी स्थिति में हैं ऐसे टिकट हमेशा दो यात्रियों को परेशानी में डाल देते हैं जिसकी वजह से रेलवे ने अब इस व्यवस्था को बंद कर दिया है.
अगले बजट में रेलवे के द्वारा वन्दे भारत जैसी ट्रेनों के संचालन पर विशेष ध्यान दिया जाने वाला है और ज़्यादा लोड वाले रूट पर जहाँ रेलवे का ट्रैक दोहरीकरण और विद्युतीकरण किया जा चुका है पर पहले वरीयता देकर एंड ट्रेनों को चलाया जाएगा. ऐसे में दिल्ली के रूट को बिहार और उत्तर प्रदेश से गुज़रते हुए वन्दे भारत एक्सप्रेस से लैश किया जाएगा.
स्लीपर का काम किया जाएगा डिमांड.
लोगों को यात्रा में सहूलियत प्रदान करने के लिए स्लीपर के जगह लोगों को कम किराये में एयर कंडीशन सफ़र मुहैया कराने के लिए रेलवे प्रयास कर रहा है और इसी दरम्यान रेलवे ने थर्ड एसी इकोनॉमी चलाया है जिसमें थर्ड एसी के किराये से कम किराये में थर्ड एसी की सारी सुविधाएँ मिलती है और लोग स्लीपर के जगा थोड़े से पैसा ज़्यादा देखकर आरामदायक सफ़र का मज़ा ले सकते हैं.
थर्ड एसी इकोनॉमी को ज़्यादा लोड वाले रूट और जनसेवा एक्सप्रेस के साथ साथ इंटरसिटी एक्स्प्रेस इत्यादि में बहाल किया गया है. रेलवे के अनुसार थर्ड एसी के किराये सेलगभग 20 प्रतिशत तक कम किराये में लोग थर्ड एसी इकोनॉमी का सफ़र पूरा कर पाएंगे.
कन्फर्म टिकट का टेंशन होगा ख़त्म.
रेलवे में क्लोन ट्रेनों को लेकर योजनाएं पेश की गई है जिसके मद्देनज़र ट्रेनों में टिकट बुकिंग के लोड बढ़ने पर यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा बल्कि क्लोन ट्रेनों में उनके टिकट को कन्फर्म किया जाएगा और तय रूट पर यात्रियों को प्रमुख ट्रेन की भाती ही यात्रा करने का मौक़ा मिलेगा.
ऐसे ट्रेनों को पहले ही स्पेशल ट्रेन के तौर पर प्रचालित कर ट्रायल किया जाएगा और फिर इस फ़ॉर्मूले को अधिक लोड वाले रूटों पर बहाल किया जाएगा.