FD के नियमों में बड़ा बदलाव, निवेश के पहले जानना जरूरी
FD के नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है जिसके बारे में जानना आपके लिए काफी जरूरी है। ज्यादातर लोग FD में निवेश करना पसंद करते हैं क्योंकि इसमें जोखिम नहीं रहता। इसे सुरक्षित निवेश माना जाता है। अगर आप भी एफडी में निवेश करने जा रहे हैं या पहले से निवेश कर रखा है तो इन बातों को जानना जरूरी है।
बताते चलें कि यह बदलाव एफडी की मैच्योरिटी को लेकर किया गया है। इसलिए FD की मैच्योरिटी पर मिलने वाले सभी लाखों को अपने नाम करना चाहते हैं तो इस बदलाव के बारे में यह खबर महत्वपूर्ण है।
क्या हुआ है बदलाव?
यह बदलाव Fixed Deposit के मैच्योरिटी को लेकर की गई है। कहा गया है कि अगर कोई ग्राहक एफडी की मैच्योरिटी के बाद अकाउंट में जमा राशि को क्लेम नहीं करता है तो ऐसी स्थिति में उसे एफडी पर पूरा ब्याज नहीं मिलेगा। यह ब्याज केवल सेविंग अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज होगा। यह नियम सभी तरह के बैंक पर लागू होंगे।
इसे ऐसे समझते हैं कि अगर आपने 10 साल की एफडी कराई है लेकिन मैच्योरिटी के दिन क्लेम नहीं किया और पैसे नहीं निकाले तो दो तरह की स्थिति उत्पन्न होगी।
1. अगर FD पर मिलने वाला ब्याज सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज से कम होगा तो आपको अपने राशि पर FD वाला ही ब्याज मिलेगा।
2. अगर FD पर मिलने वाला ब्याज सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज से अधिक होगा तो आपको अपने राशि पर सेविंग अकाउंट वाला ही ब्याज मिलेगा।
यानी कि हर स्थिति में आपके क्लेम न करने पर आपको कम वाला ही ब्याज मिलेगा।
पहले क्या था नियम?
वहीं पहले अगर कोई मैच्योरिटी के दिन क्लेम करने नहीं जाता है तो ऐसी स्थिति में बैंक के द्वारा जमा राशि को दोबारा से उसी अवधि की एफडी में बदल दिया जाता था।