एक से अधिक अकाउंट होना बन सकता है सर दर्द
अगर आपने एक से अधिक बैंक अकाउंट खोल रखे हैं तो आपके लिए यह खबर बेहद जरूरी है। आजकल हर किसी के पास करीब 1 से अधिक बैंक का अकाउंट होते ही है। ऐसी स्थिति में उन्हें आरबीआई के द्वारा जारी गाइडलाइन के बारे में अच्छे से पता होना चाहिए। हालांकि यह बात ध्यान में रखनी होगी एक से अधिक बैंक का अकाउंट खोलने के बाद आपको कई तरह के अलग-अलग चार्जेस देने पड़ जाते हैं।
इन परेशानियों से बच जाते हैं सिंगल अकाउंट वाले
बताते चलें कि डेबिट कार्ड चार्ज, SMS चार्ज, सर्विस चार्ज, मिनिमम बैलेंस जैसे चार्ज अलग अलग देने पड़ जाते हैं जिससे आपका खर्च बढ़ जाता है। इन खर्चों से बचने के लिए बेहतर यही है कि कम से कम अकाउंट खुलवाएं। एक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने में परेशानी भी नहीं होती है। सिंगल अकाउंट होने पर रिटर्न फाइल करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होती है।
आरबीआई ने अकाउंट की संख्या पर नहीं तय की है कोई भी लिमिट
यह भी जान लेना जरूरी है कि आरबीआई की तरफ से अकाउंट की संख्या पर किसी तरह का लिमिट तय नहीं किया गया है। ग्राहक 2,4 या फिर 5 कितना भी अकाउंट खोल सकता है। लेकिन ग्राहकों को यह सुझाव जरूर दिया जाता है कि वह कम से कम अकाउंट रखे और फालतू के अकाउंट को बंद करा दे ताकि उन्हें इन सारी परेशानियों से छुटकारा मिल सके।
अपने अकाउंट के मिनिमम बैलेंस को मेनटेन जरूर करें वरना बेफालतु का पैस कट जायेगा।