महंगाई के चलते आरबीआई की बैठक आज से शुरू हो रही है और उम्मीद है कि रेपो दर में कोई बदलाव नहीं होगा।
महंगाई के बढ़ते चलते आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक आज से शुरू हो रही है, जिसमें वित्तीय पॉलिसी पर निर्णय लिया जाएगा। 10 अगस्त को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास नीति पर प्रकाश डालेंगे।
विशेषज्ञों की मान्यता है कि आरबीआई कोई बदलाव नहीं कर सकता, जिससे रेपो दर स्थिर रह सकता है।
संभावित लाभ:
- स्थिर रेपो दर व्यापारिक गतिविधियों में स्थिरता ला सकती है।
- आर्थिक संक्रियाता में अवसाद नहीं आएगा।
- निवेशकों को सुरक्षा की अनुभूति हो सकती है।
महत्वपूर्ण जानकारी:
तिथि | घटना |
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8-10 अगस्त | आरबीआई मौद्रिक नीति समिति की बैठक |
10 अगस्त | गवर्नर शक्तिकांत दास की नीति घोषणा |
पिछले साल मई | आरबीआई ने ब्याज दर में बढ़ोतरी शुरू की |
फरवरी के बाद | रेपो दर 6.5 प्रतिशत पर स्थिर |
जून 2023 | खुदरा महंगाई दर 4.81 प्रतिशत |
मई 2023 | खुदरा महंगाई दर 4.31 प्रतिशत |
आगामी दिनों में आरबीआई का यह निर्णय क्या रहेगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं। यदि रेपो दर स्थिर रहती है, तो इसका सीधा प्रभाव व्यापारिक गतिविधियों और आर्थिक वृद्धि पर पड़ सकता है।