आरबीआई ने देश भर के बैंकों में बंद या इनएक्टिव पड़े अकाउंट और अनक्लेम्ड डिपॉजिट को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की हैं। इन नियमों का उद्देश्य ऐसे खाताधारकों को राहत प्रदान करना है, जिनके खाते लंबे समय से निष्क्रिय पड़े हैं।
ग्राहकों के लिए फायदे इस नए नियम से ग्राहकों को कई लाभ मिलेंगे, जैसे:
- निष्क्रिय बचत खातों पर ब्याज मिलता रहेगा।
- मिनिमम बैलेंस पेनाल्टी नहीं लगेगी।
- सरकारी स्कीम वाले खातों को जीरो बैलेंस पर भी निष्क्रिय नहीं माना जाएगा।
बैंकों के लिए निर्देश आरबीआई ने बैंकों को निम्नलिखित निर्देश दिए हैं:
- ई-मेल और SMS के माध्यम से निष्क्रिय खाताधारकों को सूचित करें।
- KYC आसान बनाएं और निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय करें।
- दोबारा खाता सक्रिय करने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।
- अर्जी मिलने के तीन दिन में खाते सक्रिय करें।
- ग्राहकों को ट्रांजैक्शन नहीं करने पर अलर्ट भेजें।
- निष्क्रिय खातों की निगरानी करें और Unclaimed Deposit की जानकारी वेबसाइट पर प्रदर्शित करें।
- निष्क्रिय बचत खातों से रकम निकासी नहीं करें।
महत्वपूर्ण तारीख ये नए नियम 1 अप्रैल, 2024 से लागू होंगे।
📊 महत्वपूर्ण जानकारी तालिका 📊
- नियम लागू होने की तारीख: 1 अप्रैल, 2024
- ग्राहकों को लाभ: ब्याज जारी रहेगा, मिनिमम बैलेंस पेनाल्टी नहीं
- बैंकों के निर्देश: निष्क्रिय खाताधारकों को सूचित करें, KYC आसान करें, खाते सक्रिय करें
इस नए नियम से बैंक ग्राहकों को अपने निष्क्रिय खातों को सक्रिय करने में सहायता मिलेगी, और बैंकों को भी फ्रॉड के खतरे से बचाव में मदद मिलेगी।