एक उच्च स्तरीय सऊदी प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को दमिश्क में 5 अरब डॉलर (करीब 19 अरब सऊदी रियाल) के निवेश और भागीदारी समझौतों पर हस्ताक्षर किए। ये समझौते युद्ध के बाद सीरिया के पुनर्निर्माण में मदद के लिए किए गए हैं। यह जानकारी सऊदी अरब के निवेश मंत्रालय ने दी।
सऊदी अरब के निवेश मंत्री खालिद अल-फालिह के नेतृत्व में 150 सदस्यों वाला यह प्रतिनिधिमंडल, जिसमें सरकारी और निजी क्षेत्र के लोग शामिल थे, दमिश्क में एक बैठक में शामिल हुआ। इस बैठक का मकसद दोनों देशों के बीच सहयोग के अवसरों को तलाशना था।
मंत्रालय के अनुसार, ये समझौते रियल एस्टेट, बुनियादी ढांचा, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी, परिवहन, लॉजिस्टिक्स, उद्योग, पर्यटन, ऊर्जा और व्यापार जैसे अहम क्षेत्रों में किए गए हैं।
यह दौरा सीरिया की नई सरकार को सऊदी अरब की ओर से समर्थन का बड़ा संकेत माना जा रहा है। यह सरकार उस समय बनी जब दिसंबर में लंबे समय से सत्ता में रहे बशर अल-असद को इस्लामी विद्रोहियों ने सत्ता से हटा दिया, जिससे 14 साल पुराना गृहयुद्ध खत्म हो गया।
मंगलवार को मंत्रालय ने कहा कि दमिश्क सम्मेलन का उद्देश्य “साझेदारी के अवसरों को तलाशना और ऐसे समझौते करना था जो सतत विकास को बढ़ावा दें और दोनों भाईचारे वाले देशों के हित में हों।” इसके अलावा सऊदी अरब ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के बीचों-बीच एक 32 मंज़िला गगनचुंबी इमारत ‘अल-जौहरा टावर’ के निर्माण के लिए फंडिंग का भी ऐलान किया है।
यह प्रोजेक्ट 25,000 वर्ग मीटर में फैला होगा और इसकी लागत 100 मिलियन डॉलर से भी ज़्यादा होगी। यह सीरिया में सऊदी अरब का सबसे बड़ा निवेश माना जा रहा है।




