सऊदी अरब (KSA) एक नए स्वैच्छिक पेंशन और बचत योजना को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है, जो नागरिकों और प्रवासियों दोनों के लिए उपलब्ध होगी। इस पहल की जानकारी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की ताजा आर्टिकल IV कंसल्टेशन में दी गई थी और अल-इक़्तिसादिया अख़बार ने इसे रिपोर्ट किया। इसका उद्देश्य घरों को अधिक बचत करने के लिए प्रेरित करना और विदेशी श्रमिकों द्वारा भेजी जाने वाली रेमिटेंस को कम करना है।
2024 में सऊदी अरब से रेमिटेंस 14 प्रतिशत बढ़कर 144.2 बिलियन सऊदी रियाल (SR) हो गई। पिछले दशक में यह राशि 1.43 ट्रिलियन SR तक पहुंच चुकी है। 2025 की पहली तिमाही तक, देश की सामाजिक बीमा प्रणाली में 12.8 मिलियन सदस्य थे, जिनमें प्रवासी लगभग 10 मिलियन, यानी 77 प्रतिशत थे।
IMF ने जुलाई 2024 में लागू पेंशन सुधारों जैसे कि रिटायरमेंट उम्र बढ़ाना, योगदान अवधि लंबी करना और योगदान दरें बढ़ाना को स्थायी रूप से सिस्टम की सुरक्षा के लिए मददगार बताया। हालांकि ये बदलाव तुरंत वित्तीय बचत नहीं देंगे, IMF का कहना है कि नया स्वैच्छिक बचत योजना एक सकारात्मक कदम है, जो घरेलू बचत बढ़ा सकती है और रेमिटेंस पर निर्भरता कम कर सकती है।
IMF ने यह भी उल्लेख किया कि जनरल ऑर्गेनाइजेशन फॉर सोशल इंश्योरेंस (GOSI) द्वारा प्रबंधित संपत्तियां सऊदी अरब के GDP का 32 प्रतिशत हैं, और वित्तीय रिपोर्टिंग व संपत्ति प्रबंधन में अधिक पारदर्शिता की आवश्यकता बताई।




