एक नजर पूरी खबर
- कोरोनाकाल में बढ़ा साइबर क्राइम का खतरा
- सऊदी में विशेषज्ञों ने जारी की चेतावनी
- कहा- बढ़ रहा साइबर अटैक का खतरा
कोरोना महामारी के बढ़ते खतरे के बीच सऊदी कंपनियों ने साइबर क्राइम को लेकर चिंता जाहिर की है। दरअसल कोरोना महामारी के दौरान कई कंपनियों में “सामान्य रूप से कारोबार” करना जारी रखा है, ऐसे में उन्हें साइबर सुरक्षा के बढ़ते खतरे के बीच अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसे लेकर उन्होंने चिंता जाहिर की है।
इस दौरान साइबर के विशेषज्ञों का कहना है कि साइबर अपराधियों ने घर से काम करने वाले कर्मचारियों की बढ़ती संख्या को इन दिनों अपना निशाना बना रखा है। ऐसे में सऊदी संचार और सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा आयोजित एक आभासी बैठक में बताया गया कि साइबर क्राइम के जरिए कंपनियों का डाटा लिक होने की संभावना बढ़ जाती है।
“साइबरस्पेस और कोरोनोवायरस महामारी” शीर्षक वाले मंच ने साइबर सुरक्षा को बनाए रखने और व्यावसायिक संचालन की सुरक्षा के लिए साइबर सुरक्षा जोखिम के साथ-साथ रणनीतियों पर भी चर्चा की। मैकिन्से एंड कंपनी के विशेष वक्ता और पार्टनर जिम बोहम ने कहा कि महामारी ने मुख्य रूप से दो मामलों में खासा परेशानी खड़ी कर दी है। एक काम से घर की व्यवस्था को सुरक्षित रखना और वॉल्यूम ट्रैक्स के रूप में नेटवर्क ट्रैफ़िक की अखंडता और उपलब्धता को बनाए रखना। ये दोनों मुद्दे सरकार और कंपनियों के कर्ताधारकों की परेशानी लगातार रहे है।
दुनिया भर के ज्यादातर देशों में कोरोना के चलते लॉकडाउन जारी है। ऐसे में कंपनियों को दूरस्थ निगरानी प्रणाली( वर्क फ्रोर्म होम) और कामकाजी प्रथाओं का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, ताकि परेशानी के बीच “व्यापार” हमेशा की तरह सुनिश्चित करने के लिए सूचना अधिकारियों और उनकी टीमों को दोहरे मिशन के साथ छोड़ दिया जा सके।
ऐसे हालातों में लोगों को खुद साइबर क्राइन से बचना होगा और इससे जुड़े सभी कानूनी नियमों का सख्ती से पालन भी करना होगा।GulfHindi.com