सऊदी अरब में सैलेरी से अधिक पैसे का ट्रांजेक्शन करने वाले एक्सपैट्स या कामगारों के बैंक अकाउंट फ्रीज करने की खबर काफी वायरल हो रही है। जिसपर सऊदी अरब के मौद्रिक प्राधिकरण (एसएएमए) ने बड़ा बयान जारी किया है। एसएएमए कामगारों के बैंक खातों को फ्रीज करने की खबरों का खंडन किया है और इसे गलत ठहराया है।
मौद्रिक प्राधिकरण (एसएएमए) ने कहा कि कुछ मीडिया और सोशल नेटवर्किंग साइटों में चल रही खबरों में कोई सच्चाई नहीं है जिसमें यह कहा जा रहा है कि सऊदी में संचालित बैंक उन प्रवासी कामगारों के खातों को फ्रीज करने का निर्देश देते हैं, जिनका लेन-देन(Transactions ) उनकी नौकरी के के तहत दी जाने वाली वेतन(Prevalent Wages) से अधिक होता है।
एसएएमए ने इन तरह के खबरों को गलत ठहराते हुए यह कहा,”बैंक लगातार विभिन्न ग्राहकों के बैंकिंग खातों के लिए आवश्यक उपाय लागू करते हैं और प्रासंगिक नियमों और निर्देशों के अनुरूप आवश्यक कदम उठाते हैं।”
सऊदी अरब की 34.8 मिलियन आबादी में प्रवासी श्रमिकों की संख्या लगभग 10.5 मिलियन है। ऐसे में इस तरह के भ्रामक खबरों के सोशल मीडिया में पोस्ट करने के बाद कामगारों के बीच उनके खातों और पैसे को लेकर चिंता जैसी स्थिति बनी हुई थी।
जबकि कई कामगार इस बात को लेकर काफी घबराएं हुए भी थे। लेकिन अब इस खबर के बाद से उनकी चिंता और घबराहट दोनों दूर हो जाएगी, क्योंकि उन्हें यह मालूम हो जायेगा कि उनका बैंक खाता सुरक्षित है, उन्हें फ्रीज नहीं किया जायेगा।GulfHindi.com