सेबी (बाजार नियामक) ने हाल ही में शेयर बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। यह नई व्यवस्था शेयरों की खरीद और बिक्री के निपटान को उसी दिन (टी +0) में संपन्न करने की योजना है। यह बदलाव दो चरणों में लागू किया जाएगा, जिसका पहला चरण नकद श्रेणी के शेयरों पर केंद्रित होगा।
टी +0 व्यवस्था की विशेषताएं
- इस नई व्यवस्था के अंतर्गत, निवेशक शेयर खरीदने के बाद उसी दिन उनके डीमैट खाते में शेयर आ जाएंगे।
- यह व्यवस्था नकद शेयरों के लिए पहले चरण में लागू होगी।
- सेबी ने इस व्यवस्था में आने वाली चुनौतियों पर विचार के लिए परामर्श पत्र जारी किया है।
वर्तमान व्यवस्था और बदलाव के प्रभाव
- वर्तमान में टी+1 व्यवस्था लागू है, जिसमें निवेशकों के शेयर खरीद या बिक्री के एक कारोबारी दिन बाद निपटान होता है।
- टी +0 व्यवस्था से तरलता की चिंता विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) और अन्य संस्थागत निवेशकों में देखी गई है।
- इस नई व्यवस्था से बाजार की गतिशीलता में तेजी आएगी और निवेशकों को अधिक तत्काल लेन-देन का अवसर मिलेगा।
आगे की राह सेबी इस नई व्यवस्था को दो चरणों में लागू करने की सलाह दे रहा है। इस नवाचार से भारतीय शेयर बाजार अधिक तेज और सक्षम बनेगा, जिससे निवेशकों के लिए अधिक अवसर और सुविधा प्रदान होगी। नकद शेयरों में इस व्यवस्था का क्रियान्वयन बाजार में नए आयाम जोड़ेगा।