शारजाह पुलिस के नेतृत्व में चलाए गए एक बड़े सुरक्षा अभियान के तहत एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जो अपनी पत्नी और बच्चों का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी की आड़ के रूप में कर रहा था।
यह गिरफ्तारी कनाडा और स्पेन से यूएई में नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय आपराधिक नेटवर्क के खिलाफ चलाए गए व्यापक अभियान का हिस्सा है। इस नेटवर्क को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी अपने पारिवारिक जीवन का दिखावा कर सुरक्षा एजेंसियों की निगाहों से बचने की कोशिश कर रहा था, लेकिन गहन जांच और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के चलते उसे धर दबोचा गया।
यह मामला यूएई में ड्रग्स के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति और सख्त निगरानी तंत्र की एक और मिसाल है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें, ताकि समाज को नशे के खतरे से सुरक्षित रखा जा सके। शारजाह पुलिस के नेतृत्व में चलाए गए एक हाई-प्रोफाइल सुरक्षा अभियान के तहत 131 किलोग्राम नशीले और मनो-संवेदनात्मक पदार्थों की एक विशाल समुद्री खेप पकड़ी गई। साथ ही 9,945 नशीली कैप्सूल्स, जिनकी कुल अनुमानित कीमत 5.35 मिलियन दिरहम है, भी जब्त की गई।
इस ऑपरेशन में सात संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई है, जिनमें एक प्रमुख अरब आरोपी भी शामिल है। वह खुद को “परिवार का व्यक्ति” बताकर अपने आपराधिक कार्यों को छिपा रहा था और सुरक्षा एजेंसियों की नज़रों से बचने की कोशिश कर रहा था।
पुलिस ने कहा कि यह गिरोह कनाडा और स्पेन से मादक पदार्थों को यूएई में तस्करी करने के लिए समुद्री मार्ग का इस्तेमाल करता था, और पूरी प्रक्रिया को बेहद पेशेवर तरीके से अंजाम दिया जा रहा था। अधिकारियों ने इस कार्रवाई को यूएई में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी सफलता बताया और यह दोहराया कि अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ उनकी सख्त नीति जारी रहेगी। पुलिस ने जनता से अपील की है कि ड्रग्स से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें, ताकि समाज को सुरक्षित और नशा-मुक्त रखा जा सके।
यूएई के गृह मंत्रालय (Ministry of Interior) के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपी ने अक्सर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ देश की यात्रा की, ताकि वह एक सामान्य पारिवारिक व्यक्ति के रूप में दिख सके और स्थानीय नेटवर्क से मीटिंग करते समय शक से बच सके।
हालांकि, एंटी-नारकोटिक्स टीमों ने उसकी गतिविधियों पर गहराई से नजर बनाए रखी। लंबे समय तक निगरानी के बाद, अधिकारियों ने सुनियोजित घात लगाकर कई अहम गिरफ्तारियाँ कीं। पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि वह ड्रग तस्करी नेटवर्क में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा था और इस पूरे ऑपरेशन में उसकी पत्नी भी सहयोगी थी। ड्रग्स की तस्करी के लिए उन्होंने “लोकेशन-आधारित साइट्स” का इस्तेमाल किया यानी, देश के भीतर विशेष ठिकानों पर मादक पदार्थों को छिपाना और वहां से वितरित करना।
यह मामला दर्शाता है कि तस्कर किस हद तक जाकर कानून से बचने की कोशिश करते हैं, लेकिन यूएई की सुरक्षा एजेंसियां सतर्कता, तकनीकी निगरानी और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के ज़रिए उन्हें बेनकाब कर रही हैं। यूएई की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे ड्रग्स विरोधी अभियानों में लगातार सफलता मिल रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद, आगे की जांच में एशियाई मूल के पांच अन्य संदिग्धों को भी पकड़ा गया, जो नशीले पदार्थों को प्राप्त करने, तस्करी करने और वितरित करने में शामिल थे।
जांच में यह भी सामने आया कि ड्रग्स की यह तस्करी एक बेहद संगठित और अंतरराष्ट्रीय मार्ग के माध्यम से की जा रही थी —
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कनाडा के टोरंटो पोर्ट से,
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स्पेन के मलागा होते हुए
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यूएई के एक पोर्ट तक, जहां कार के स्पेयर पार्ट्स के कंटेनर में छिपाकर भेजा गया मादक पदार्थ सीज़ किया गया।
सभी आरोपियों को न्यायिक अधिकारियों को सौंप दिया गया है, जबकि गृह मंत्रालय (Ministry of Interior) इस नेटवर्क के वैश्विक संपर्कों की पड़ताल के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय जारी रखे हुए है।




