बांग्लादेश में हो रहे राजनीतिक उठा पटक के बीच भारत के साथ मौजूद रिश्ते दुनिया भर में चर्चा में है. बांग्लादेश में जब राजनीतिक स्थिरता चरमराई तब वहां के तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना भाग कर शरण प्राप्त की.
अब लगातार बांग्लादेश में राजनीतिक परिदृश्य बदल रही है. भारत हिंदुओं के ऊपर कई प्रकार से चल रहे हिंसा और अमानवीय घटनाओं को लेकर अपना विरोध जताना चालू कर दिया है. उदाहरण के तौर पर नई दिल्ली के ऑटोमोबाइल पार्ट्स के एक्सपोर्टर बांग्लादेश में अपने माल भेजना बंद कर चुके हैं.
भारतीय सरकार भी बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत से वापस विदा करके बांग्लादेश भेजने की कवायत शुरू कर चुका है. अब मौजूदा समय में भारत में शरण ली हुई पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना चर्चा में दोबारा आ गई हैं.
बांग्लादेश के मौजूदा सरकार ने भारत से उनके पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को वापस भेजने के लिए गुहार लगाया है. प्राप्त सूत्रों के अनुसार प्रत्यर्पण का कार्य जल्दी पूरा किया जाएगा और या संभव हो सकता है कि आने वाले मार्च कुछ दिनों में शेख हसीना को वापस बांग्लादेश पहुंचाना पड़े.
आपको जानकारी के लिए बता दे कि बांग्लादेश से बहुत बुरे समय और स्थिति में शेख हसीना भारत भाग कर पहुंची थी और शरण लिया था अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि अगर शेख हसीना वापस बांग्लादेश पहुंचती हैं तो क्या वह अपना राजनीतिक सफर शुरू कर पाती हैं या फिर उनकी स्थिति और खराब होगी.