एक नजर पूरी खबर
- यूएई के उप-राष्ट्रपति ने जताया शोक
- गरीबों के डॉक्टर की मौत पर जताया शोक
- मुफ्त में करते थे गरीब और दलित लोगों का इलाज
यूएई के उप-राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री और दुबई के शासक महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने डॉ मोहम्मद अल मशाली के निधन पर शोक व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मिस्र के ‘गरीबों के डॉक्टर’ को “एक अलग के आशावादी” के रूप में माना जाता रहा है, वो लोगों की मदद के लिए हमोशा तैयार रहते थे।
इस दौरान शेख मोहम्मद ने ट्विटर पर कहा, कि उन्होंने अपने जीवन के 50 साल गरीबों की मदद और इलाज के लिए बिताए। वह सभी डॉक्टरों के लिए एक आदर्श और सीख का सबब थे। वह लोगों की बिना किसी आगे बढकर हमेशा मदद किया करते थे। अल्लाह उनकी आत्मा को शांति दे और उन्हें स्वर्ग प्रदान करे।”
गौरतलब है कि डॉ मशाली का मंगलवार को 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। वह यूएई में गरीबो के डॉक्टर और एक शिक्षक के तौर पर हमेशा से बेहद प्रसिद्ध रहे है। डॉ माशाली ने प्रत्येक चेक-अप के लिए सिर्फ 10 मिस्र पाउंड (Dh2.5 लगभग) के खर्च पर भी जरूरतमंदों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान कीं है। इतना ही नहीं कभी-कभी तो उन्होंने दलित रोगियों का बिना किसी शुल्क के भी इलाज किया है।GulfHindi.com