देश में लगातार जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के द्वारा महत्वपूर्ण खदानों की पहचान की जा रही है जिसमें सोना और अन्य महत्वपूर्ण खनिज संसाधन शामिल हैं. इसी बीच देश में एक और सोने का भंडार मिला है. इस नई खोज के साथ ही देश में आने वाले दिनों में सोने का संपदा और बढ़ेगा.
सिंगरौली में निकलेगा सोना नीलामी की तैयारी शुरू
खनिज विभाग के विज्ञानियों ने सिंगरौली में गुरहर पहाड़ पर सोने की खदान खोजी थी। अब जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया (जीएसआइ) की रिपोर्ट के बाद खनिज विभाग ने खदान को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सोने की इस खदान के अलावा मुख्य खनिज की 12 अन्य खदानें भी नीलाम की जाएंगी। झाबुआ के खतंबा में राक फास्फेट, ग्वालियर के पनिहार में लौह अयस्क और आलीराजपुर के नेतारा में ग्रेफाइट की खदान की नीलामी की जाएगी ।जीएसआई की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सिंगरौली में सोने का भंडार है। यहां जमीन के अंदर 7.29 मिलियन टन सोने के अयस्क हैं।
नहीं करना होगा आयात
भारत प्रतिवर्ष लगभग 1000 तन सोना आयात करता हैं और मिला हुआ भंडार ख़ुद 7.29 लाख टन का हैं जिसका सीधा असर आप भारत के आयात पर आने वाले भविष्य में देख सकते हैं. भारत केवल सोना आयात कर लोगो को उपलब्ध कराने के लिए अरबों रुपये प्रतिवर्ष विदेशों को देता हैं जिसमें अफ़्रीका, स्विट्ज़रलैंड, यूएई, गिनी इत्यादि प्रमुख हैं. इसका सीधा असर देश में आयात किए गये सोने के दाम के तुलना में माइनिंग किए गये सोने के क़ीमत में कमी देखने को मिल सकता हैं.
मिलेगा देश को फायदा.
देश के भीतर सोने के भंडार मिलने के साथ ही देश का अपना सोना पड़ेगा जिससे भारत का मूल अर्थव्यवस्था का ताकत बढ़ेगा. देश में अपने सोने के मजबूती से देश के रुपए की तक बढ़ेगी और इसका सीधा फायदा इंपोर्ट और एक्सपोर्ट के दौरान देश पर मिलेगा.