सिवान रेलवे जंक्शन पर दलालों का अड्डा बन चुका है. नई दिल्ली से सिवान आया एक यात्री की तकरीबन 33 हजार रुपये और एक मोबाइल फोन उच्चकों ने उड़ा लिया.
सिवान: बिहार के सिवान जिले में रेलवे जंक्शन उच्चकों और दलालों का सेफ जोन (siwan railway station became den of robbery) बन चुका है.
आये दिन यात्रा करने वाले यात्रियों को निशाना बनाते रहते है. नई दिल्ली से सीवान आया एक यात्री की तकरीबन 33 हजार रुपये और एक मोबाइल फोन उच्चकों ने उड़ा लिया. यात्री सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के कतोखर गांव निवासी मेहंदी खान के पुत्र आज़ाद खान के रूप में की गयी. घटना के सम्बंध में पीड़ित आज़ाद खान ने बताया कि मैं दस महीने पूर्व दुबई गया था जहां मेरे पेट में दर्द होने के कारण मैं घर से रुपये मंगा कर वापस घर आने के लिए चला. मैं भारतीय रुपये को दुबई के रुपए में बदल कर 1600 रुपये रखा था.
बीते महीने टिकट काउंटर पर यात्री से हुई थी मारपीट:
पहले भी 24 जुलाई को तत्काल टिकट लेने आये यात्रियों को दलालों ने पिटाई कर दी थी. बताते चले कि सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के बावजूद भी यात्रियों की पिटाई कर देना यहां जंक्शन पर आम बात हो गई है . 24-जुलाई की सुबह गोपालगंज जिले के परसा गांव के दो युवक मो० नरैन के पुत्र वलियुल्लाह और ऐनुदिन के पुत्र इसतियाक अहमद छपरा से नागपुर के लिए तत्काल टिकट के लिए कतार में लगे थे और वे एक नम्बर पर थे जिसका टोकन भी उनके पास था. लेकिन जब टिकट निकालने का समय आया तो तीन की संख्या में टिकट दलाल पहुँचे और कतार में आगे घुसने लगे जिसका विरोध लोगों ने किया तो दोनों यात्री के साथ मारपीट कर दी थी. यही नही सीवान जंक्शन स्थित टिकट काउंटर पर प्रतिदिन दलालों का बोलबाला रहता है.
जीआरपीएफ और आरपीएफ पर उठ रहा है सवाल:
आपको बता दें कि घटना के बाद जब पीड़ित शख़्स जीआरपी में रिपोर्ट करने गया तो उस कहा गया कि यह सब मामला दर्ज नहीं होता और उसे यह कहकर भगा दिया गया, सवाल यह है कि आखिर जीआरपीएफ और आरपीएफ यह स्टेशन पर किस लिए तैनात किए जाते हैं.