सूर्य ग्रहण के बाद क्या करें
अब जल्द ही साल का आखिरी सूर्य ग्रहण समाप्त हो जाएगा। आइए जानते हैं कि सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद कौन कौन से नियमों को मानना आवश्यक है। हिंदू धर्म की मान्यताओं और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन सभी नियमों का पालन करके मनुष्य कष्ट और परेशानियों से बच सकता है। एक तरह से ही सारी नियम साइंटिफिकली भी करनी चाहिए ताकि सूर के द्वारा निकलने वाली पराबैगनी किरणों से बचाव हो सके।
- सूर्य ग्रहण के दौरान मनुष्य को ना ही भोजन करना चाहिए और ना ही पूजा या फिर धार्मिक कार्य करना चाहिए। ग्रहण के दौरान मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कई जातकों पर इसका असर भी पड़ता है।
- ग्रहण के बाद मनुष्य को स्नान करके साफ वस्त्रों को धारण करना चाहिए। यह नियम बच्चों और महिलाओं पर भी लागू होता है, उन्हें भी स्नान जरूर करना चाहिए।
- घर को शुद्ध करना चाहिए। घर में झाड़ू पोछा लगा कर नकारात्मक ऊर्जा को बाहर भेज देना चाहिए और शुद्ध गंगा जल से घर को पवित्र करना चाहिए।
- तिल और चने का दान शुभ माना जाता है। इसे दान करने से परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
- पूजा स्थान को भी गंगाजल से शुद्ध करें। गरीबों को दान करें और गणेश जी , हनुमान जी और सूर्यदेव की आरती करें।
- ग्रहण के दौरान सूर्य से अधिक मात्रा में पराबैगनी किरणे निकलती हैं जो भोजन को विषैला बना देती हैं।
- हालांकि अगर खाने में तुलसी पता डाल दें तो भोजन विषैला नहीं होता है क्योंकि तुसली में एंटीबैक्टीरियल गुण होते है।
- कुछ लोग ग्रहण के बाद स्नान आदि करके तुसली का सेवन भी करते हैं।
- गर्भवती महिलाओ को ग्रहण के बाद तुरंत स्नान करना चाहिए।
- आप स्नान आदि करने के बाद मंदिर भी जा सकते हैं इसे शुभ माना जाता है