पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ ईश निंदा का केस दर्ज किया गया है। सऊदी अरब की यात्रा के दौरान मस्जिद-ए-नबवी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ हुई धक्कामुक्की और नारेबाजी के मामले में इमरान के साथ ही अन्य 150 लोगों को भी आरोपित बनाया गया है। इनमें इमरान सरकार में मंत्री रहे कुछ सदस्य भी शामिल हैं। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्ला ने कहा है कि इमरान खान को इस काम के लिए माफ नहीं किया जाएगा, उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित है।
लगे थे चोर-चोर के नारे
पिछले गुरुवार को शहबाज और उनके साथ गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जैसे ही मदीना में हजरत की मस्जिद पहुंचे, इमरान समर्थक माने जा रहे कुछ तीर्थयात्रियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और उन्हें ‘चोर’, ‘गद्दार’ कहने लगे। मदीना पुलिस ने पांच पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को गिरफ्तार करने का भी दावा किया है।
150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस ने शनिवार की रात पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के अध्यक्ष इमरान, उनकी सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी, शेख राशिद, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार शहबाज गुल, नेशनल असेंबली के पूर्व डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी और लंदन में इमरान के करीबी सहयोगी अनिल मुसर्रत और साहिबजादा जहांगीर समेत 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
मुस्लिमों की भावना आहत करने के आरोप
लाहौर से करीब 180 किलोमीटर दूर फैसलाबाद में एक थाने में मामला दर्ज किया गया है। स्थानीय निवासी नईम भाटी ने मदीना में हजरत की मस्जिद का अपमान, धक्कामुक्की करने और मुस्लिमों की भावना आहत करने के आरोप में शिकायत सौंपी थी।
इमरान ने आरोप खारिज किए
एफआइआर के अनुसार, इस काम को अंजाम देने के लिए इमरान के 100 समर्थकों को पाकिस्तान से सऊदी अरब और ब्रिटेन भेजा गया था। फैसलाबाद पुलिस इन लोगों के खिलाफ अन्य धाराओं के साथ पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 295ए (जानबूझकर किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करना) के तहत भी केस दर्ज किया है। हालांकि, शनिवार को एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में इमरान ने आरोपों को खारिज किया था।