इस वक्त खाड़ी देशों में भारतीय प्रवासियों के लिए सबसे बड़ी समस्या उनके प्रवेश को लेकर है चाहे संयुक्त अरब अमीरात हो या सऊदी अरब या अन्य देश हर जगह भारतीय प्रवासियों को प्रवेश के लिए इस वक्त काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है.
सऊदी अरब अंतरराष्ट्रीय प्रवेश को खोलने के लिए अपनी योजना पर काम करना शुरू कर दिया है सऊदी अरब ने अंतरराष्ट्रीय प्रवेश को बंद करने से पहले कहा था कि वह अंतरराष्ट्रीय प्रवेश तक खुलेगा जब कोरोनावायरस की स्थितियां सऊदी अरब के कंट्रोल में होगी.
जब अखियां सुधरने लगी तब सऊदी अरब ने चरणबद्ध तरीके से चीजों को खोलना शुरू कर दिया. सऊदी अरब में नया मुकाम हासिल करते हुए इस दौर में 40% अपने सारे नागरिकों को कम से कम एक बार वैक्सीन दे चुका है.
इसे केवल आंकड़ा नहीं मानना चाहिए बल्कि यह सऊदी अरब की तैयारी का एक नायाब उदाहरण है जिसमें या परिवर्तित होता है कि वह कैसे अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए कार्य कर रहा है.
सऊदी अरब ने कहा था कि जो भी देश कोरोनावायरस से सुरक्षित श्रेणी में आएंगे जहां परिस्थितियां कंट्रोल होंगी उन देशों के साथ सऊदी अरब अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा सेवाएं शुरू करेगा. सऊदी अरब ने अपने जगह पर अपने देश में वैक्सीनेशन का कार्य बखूबी किया है और जिन देशों ने भी अपने यहां कोरोनावायरस को सही मायने में कंट्रोल किया है उन सारे देशों में इस वक्त सऊदी अरब आने की आजादी दे दी गई है.
बात भारत की करे तो यहां अभी स्थितियां कंट्रोल से बाहर ही मानी जा रही हैं हालांकि भारतीय आंकड़े अब यह बता रहे हैं कि कोरोनावायरस देश में कम हो रहा है लेकिन फिर भी सऊदी अरब जैसे देश इन आंकड़ों पर भरोसा नहीं कर रहे हैं और भारतीय प्रवेश को प्रतिबंधित कर रखा है.
अगर भारत में भी बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन का कार्य किया गया होता तो आज सालों से अटके भारतीय प्रवासी भी अपनी रोजी-रोटी शुरू करने सऊदी अरब आ चुके होते हैं.
ध्यान दें कि जब भी आप भारत में वैक्सीन लगवाने जाए तब आप अपने पासपोर्ट नंबर के इस्तेमाल से वैक्सीन लगवाएं ताकि आपके पास पूर्ण के साथ आपका सेक्शन सर्टिफिकेट भी अटैच हो जाए. जरूरत खासकर उन लोगों के लिए हैं जो विदेशों की यात्रा करना चाहते हैं.