जब कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट होती है, तो इसका सीधा लाभ उन कंपनियों को मिलता है जिनकी उत्पादन प्रक्रिया में कच्चे तेल या उसके डेरिवेटिव्स का इस्तेमाल होता है। इस हफ्ते WTI कच्चा तेल $68.30 प्रति बैरल के नीचे और ब्रेंट कच्चा तेल $71.50 प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था, जिसके पीछे चीन की कमजोर मांग और अमेरिकी सप्लाई डिसरप्शन्स थे। इस गिरावट का फायदा खासकर पेंट, रबर, प्लास्टिक, और केमिकल सेक्टर की कंपनियों को होता है। यहां 10 कंपनियों की लिस्ट है जो कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से लाभ कमा सकती हैं:
1. एशियन पेंट्स (Asian Paints)
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से पेंट कंपनियों को सीधे फायदा होता है क्योंकि उनके लिए कच्चा माल सस्ता हो जाता है। इससे उनकी उत्पादन लागत कम हो जाती है, जिससे मार्जिन और प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार होता है।
2. इंटरग्लोब एविएशन (IndiGo)
एविएशन कंपनियों के लिए ईंधन की कीमत एक बड़ी लागत होती है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से कंपनी की प्रमुख लागत घट जाती है, जिससे उनकी प्रॉफिटेबिलिटी और मार्जिन में सुधार होता है।
3. बर्जर पेंट्स (Berger Paints)
बर्जर पेंट्स की आधी से ज्यादा कच्ची सामग्री कच्चे तेल के डेरिवेटिव्स पर आधारित होती है। इसलिए कच्चे तेल की कीमतों में कमी से कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी में बढ़ोतरी होती है।
4. सुप्रीम इंडस्ट्रीज (Supreme Industries)
सुप्रीम इंडस्ट्रीज के प्रोडक्ट्स में प्लास्टिक पॉलिमर्स मुख्य कच्चे माल के रूप में होते हैं, जो कच्चे तेल से बनाए जाते हैं। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से इनकी उत्पादन लागत कम हो जाती है, जिससे मार्जिन और प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ती है।
5. बालकृष्ण इंडस्ट्रीज (Balkrishna Industries)
टायर इंडस्ट्री में रबर की लागत सबसे महत्वपूर्ण होती है। कच्चे तेल के डेरिवेटिव्स से सिंथेटिक रबर बनता है, इसलिए कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से कंपनी की लागत घटती है और मार्जिन बेहतर होते हैं।
6. एमआरएफ (MRF)
एमआरएफ के टायर निर्माण में 30% लागत कच्चे तेल के डेरिवेटिव्स से आती है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से इसकी प्रॉफिटेबिलिटी में सीधा असर पड़ता है और मार्जिन बढ़ जाते हैं।
7. एस्ट्रल (Astral)
एस्ट्रल के प्लास्टिक प्रोडक्ट्स का मुख्य कच्चा माल कच्चे तेल से आता है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से कंपनी की उत्पादन लागत कम होती है, जिससे मार्जिन में सुधार होता है।
8. कंसाई नेरोलैक पेंट्स (Kansai Nerolac Paints)
यह कंपनी भी कच्चे तेल के डेरिवेटिव्स का उपयोग करती है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से इसके कच्चे माल की लागत घटती है, जिससे मार्जिन बेहतर होते हैं और राजस्व बढ़ सकता है।
9. विनाती साइंस एंड टेक्नोलॉजी (Vinati Science & Technology)
कंपनी के मुख्य कच्चे माल जैसे टोल्यून, MTBE, एक्रिलोनिट्राइल और प्रोपलीन कच्चे तेल से जुड़े होते हैं। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से कंपनी की ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार होता है।
10. क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (Clean Science and Technology)
इस कंपनी के कच्चे माल जैसे फिनोल, मेथेनोल, टर्शियरी बुटानोल और एसेटिक एनहाइड्राइड भी कच्चे तेल से जुड़े हैं। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से कंपनी के मार्जिन में सुधार होता है।
सारणी:
कंपनी का नाम | लाभ के कारण |
---|---|
एशियन पेंट्स (Asian Paints) | कच्चे तेल से बने कच्चे माल की लागत घटने से लाभ |
इंटरग्लोब एविएशन (IndiGo) | ईंधन की लागत घटने से लाभ |
बर्जर पेंट्स (Berger Paints) | कच्चे माल की लागत कम होने से लाभ |
सुप्रीम इंडस्ट्रीज (Supreme Industries) | प्लास्टिक पॉलिमर्स की लागत कम होने से लाभ |
बालकृष्ण इंडस्ट्रीज (Balkrishna Industries) | रबर की लागत घटने से लाभ |
एमआरएफ (MRF) | कच्चे तेल से जुड़े कच्चे माल की लागत घटने से लाभ |
एस्ट्रल (Astral) | प्लास्टिक की लागत घटने से लाभ |
कंसाई नेरोलैक पेंट्स (Kansai Nerolac Paints) | कच्चे माल की लागत घटने से लाभ |
विनाती साइंस एंड टेक्नोलॉजी (Vinati Science & Technology) | कच्चे माल की लागत घटने से लाभ |
क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (Clean Science and Technology) | कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से मार्जिन सुधार |