भारी मात्रा में विदेश यात्रा पर जाते हैं यात्री
भारी मात्रा में लोग काम करने के लिए खाड़ी समेत विदेशों में जाते हैं। ऐसी स्थिति में कई बार उन्हें गलत लोगों की संगत मिल जाती है और उनके साथ ठगी की जाती है। मिली जानकारी के अनुसार जॉर्डन में करीब 120 कामगार काम करने के लिए गए थे। इन सभी कामगारों की सुरक्षित घर वापसी हो गई है जिसमे 6 बिहारी भी शामिल हैं। शुरू में कंपनी में सब कुछ सही था लेकिन कंपनी बंद होने के बाद उन्हें कहीं भी आने जाने की अनुमति नहीं दी गई और न ही उन्हें उनका पासपोर्ट वीजा आदि डॉक्यूमेंट दिया गया।
कई राज्यों के लोग फंस गए थे जॉर्डन में
बिहार समेत भारत के कई राज्यों के लोग जॉर्डन में फंस गए थे। मिली जानकारी के अनुसार सुरसंड प्रखंड का रहने वाला एक रहमतुल्लाह नामक व्यक्ति भी जॉर्डन की एक कंपनी में काम करता था। वह जॉर्डन में ‘असील यूनिवर्सल गारमेंट्स मैन्युफैक्चरिंग’ नामक कंपनी में करीब साढ़े पांच वर्ष काम करने के बाद वापस भारत लौट आया था।
दुबारा जॉर्डन गया तो बदल गए हालात
पहली यात्रा अच्छी रही लेकिन पीड़ित 22 जुलाई 2022 को दुबारा जॉर्डन गया तब हालात खराब हो गए। कामगारों को नजरबंद रखा गया। भोजन, पानी और बिजली की समस्या उत्पन्न हो गई। पांच माह का वेतन और सात वर्ष का पीएफ की राशि रोक दी गई। भारतीय दूतावास की मदद से 6 भारतीयों को बचा लिया गया है। लेकिन अभी भी दर्जनों की संख्या में कामगार फंसे हुए हैं।