Sugar Prices कम बारिश के कारण घरेलू चीनी की कीमतें 3% बढ़कर 6 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचीं
कम बारिश और त्योहारी मांग का असर: चीनी के दाम में वृद्धि
उद्योग सूत्रों के मुताबिक, घरेलू चीनी की कीमतें पिछले 15 दिनों में 3% बढ़कर छह साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।
गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में बारिश की कमी
गन्ना की कम पैदावार के कारण चीनी के दाम में इतनी बढ़ोतरी देखी गई है। बारिश की कमी के कारण गन्ना की पैदावार में कमी आई है, जिसका सीधा असर चीनी के दामों पर पड़ा है।
त्योहारी सीजन और चीनी की मांग
त्योहारी सीजन करीब है और इस समय मिठाइयों की खपत में वृद्धि होती है। इसके चलते चीनी की मांग में भी बढ़ोतरी हो रही है।
सरकारी कदम
मंगलवार को चीनी की कीमतें बढ़कर 37,760 रुपये प्रति मीट्रिक टन हो गईं। सरकार ने त्योहारी मांग को देखते हुए अगस्त के लिए 2 लाख मीट्रिक टन का अतिरिक्त कोटा आवंटित किया।
खाद्य मुद्रास्फीति और वैश्विक प्रभाव
इस बढ़ोतरी के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में भी वृद्धि हो सकती है। सरकार चीनी निर्यात की अनुमति देने पर विचार कर सकती है, जिससे वैश्विक कीमतों को समर्थन मिल सकता है।
महत्वपूर्ण जानकारी की सारणी
पैरामीटर | विवरण |
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वृद्धि की प्रतिशत | 3% |
नई कीमत | ₹37,760 प्रति मीट्रिक टन |
आखिरी बार कब इतनी कीमत | अक्टूबर 2017 |
अतिरिक्त कोटा | 2 लाख मीट्रिक टन (अगस्त के लिए) |
त्योहारी मांग | बढ़ रही है |
संभावित प्रभाव | खाद्य मुद्रास्फीति में वृद्धि |
अगर सरकार निर्यात की अनुमति देती है, तो वैश्विक कीमतों पर भी इसका पॉजिटिव प्रभाव पड़ सकता है।