सुजलॉन एनर्जी, भारत की जानी-मानी पवन ऊर्जा कंपनी, हाल के दिनों में अपनी पवन चक्कियों और ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए चर्चा में है। यह कंपनी लंबे समय से भारत में साफ ऊर्जा (renewable energy) के क्षेत्र में काम कर रही है और इसका प्रदर्शन निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।
शेयर बाजार में प्रदर्शन
सुजलॉन के शेयरों ने हाल के महीनों में अच्छा प्रदर्शन किया है। 9 जनवरी 2025 में इसका शेयर ₹57.94 के स्तर पर बंद हुआ, जो पिछले कुछ दिनों में 3.40% की लगातार गिरावट को दर्शाता है। हालांकि, पिछले एक महीने में इसमें थोड़ी बड़ी गिरावट देखी गई, लेकिन पिछले एक साल में कंपनी ने लगभग 50% का शानदार रिटर्न दिया है।
जो निवेशक लंबे समय से इस कंपनी में पैसा लगाए हुए हैं, उन्हें अब तक 495% तक का रिटर्न मिला है। पिछले 5 सालों में यह स्टॉक लगभग 1,740% तक बढ़ा है, जो इसे एक मल्टीबैगर स्टॉक बनाता है।
बड़ी डील और प्रोजेक्ट्स
हाल ही में सुजलॉन ने राजस्थान में 402 मेगावाट का एक बड़ा प्रोजेक्ट हासिल किया है। यह प्रोजेक्ट जूनिपर ग्रीन एनर्जी के साथ है और इसमें 134 पवन चक्कियों का निर्माण होगा। प्रत्येक चक्की की क्षमता 3 मेगावाट होगी।
इसके अलावा, सुजलॉन का बाजार पूंजीकरण (Market Cap) अगस्त 2024 में ₹1 लाख करोड़ तक पहुंच गया।
ग्रीन एनर्जी का महत्व
सरकार की ओर से ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने की वजह से सुजलॉन जैसी कंपनियों का भविष्य है। पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा और हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में बढ़ते निवेश से साफ है कि आने वाले सालों में ग्रीन एनर्जी कंपनियों का दबदबा बढ़ेगा। सुजलॉन की पवन चक्कियां न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में ऊर्जा उत्पादन के लिए उपयोग की जाती हैं।
निवेश के लिए सुझाव
अगर आप ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं, तो सुजलॉन एनर्जी एक बेहतर विकल्प हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्टॉक आने वाले सालों में ₹90 से ₹100 तक जा सकता है।
क्या करें?
अगर आप थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं, तो यह स्टॉक खरीदने का सही समय हो सकता है। जो पहले से निवेश कर चुके हैं, उनके लिए इसे होल्ड करना फायदेमंद होगा।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सुझाव के लिए है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।