भारत में नवीकरणीय ऊर्जा को लेकर बड़ा निवेश हो रहा है। Jindal Renewables ने Suzlon को 204.75 मेगावाट (MW) का विंड एनर्जी ऑर्डर दिया है। यह प्रोजेक्ट तमिलनाडु के Karur क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा। Suzlon इस प्रोजेक्ट के लिए 65 अत्याधुनिक S144 विंड टरबाइन जनरेटर (WTG) की आपूर्ति करेगा, जिनमें Hybrid Lattice Towers (HLT) लगे होंगे। प्रत्येक टरबाइन की क्षमता 3.15 MW होगी।
Suzlon और Jindal का यह तीसरा प्रोजेक्ट
इससे पहले, Suzlon ने Jindal Steel के छत्तीसगढ़ और ओडिशा स्थित संयंत्रों के लिए कुल 702.45 MW के दो विंड एनर्जी प्रोजेक्ट पूरे किए थे। अब इस तीसरे प्रोजेक्ट के साथ, Suzlon और Jindal Renewables की कुल साझेदारी 907.20 MW तक पहुंच गई है।

Suzlon के लिए ऐतिहासिक ऑर्डर बुक
Suzlon Group के वाइस चेयरमैन Girish Tanti ने कहा,
“हमने कर्नाटक में अपने पहले सफल प्रोजेक्ट से शुरुआत की थी, और अब हम तमिलनाडु में लो-CO2 स्टील उत्पादन की दिशा में एक और कदम बढ़ा रहे हैं।”
इस ऑर्डर के बाद Suzlon की कुल ऑर्डर बुक 5.9 GW तक पहुंच गई है, जो कंपनी के इतिहास में सबसे अधिक है।
Jindal Renewables का लक्ष्य
Jindal Renewables के अध्यक्ष Bharat Saxena के अनुसार,
“यह तीसरा प्रोजेक्ट यह दिखाता है कि हम अपने स्टील प्लांट्स के लिए स्वच्छ ऊर्जा पर निर्भरता बढ़ा रहे हैं। हमारा लक्ष्य दुनिया का सबसे बड़ा डिकार्बोनाइजेशन सॉल्यूशन प्रोवाइडर बनना है।”
मुख्य जानकारी संक्षेप में:
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| कंपनी | Suzlon |
| ऑर्डर देने वाली कंपनी | Jindal Renewables (Jindal Green Wind 1 Pvt Ltd) |
| परियोजना स्थान | Karur, तमिलनाडु |
| टरबाइन मॉडल | S144 विंड टरबाइन जनरेटर (Hybrid Lattice Towers) |
| टरबाइन की संख्या | 65 |
| प्रत्येक टरबाइन की क्षमता | 3.15 MW |
| टोटल प्रोजेक्ट क्षमता | 204.75 MW |
| पहले के प्रोजेक्ट्स | छत्तीसगढ़ और ओडिशा (702.45 MW) |
| Suzlon की कुल ऑर्डर बुक | 5.9 GW |
विश्लेषकों के अनुसार, सुजलॉन एनर्जी का शेयर मूल्य 2025 तक ₹70 से ₹88 तक पहुंच सकता है, जबकि 2030 तक यह ₹220 से ₹241 के बीच हो सकता है। यह अनुमान कंपनी की उत्पादन क्षमता में वृद्धि, नई तकनीकों के अपनाने और ग्रीन एनर्जी की बढ़ती मांग पर आधारित है।




