वैश्विक बाजार में सोना और चांदी के दामों में जारी उतार-चढ़ाव के बीच केंद्र सरकार ने गुरुवार को दोनों कीमती धातुओं के बेस इम्पोर्ट प्राइस (Base Import Price) में कटौती की है। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, यह कदम घरेलू बाजार में कीमतों को स्थिर रखने और आयात कारोबार को राहत देने के लिए उठाया गया है।
🔹 कितनी हुई कटौती
-
सोना (Gold): $42 प्रति 10 ग्राम की कमी
-
चांदी (Silver): $107 प्रति किलोग्राम की कटौती
ये नई दरें हर 15 दिन में अपडेट की जाती हैं और इन्हीं के आधार पर कस्टम ड्यूटी की गणना होती है।
🔹 क्या होता है बेस इम्पोर्ट प्राइस?
बेस इम्पोर्ट प्राइस वह तय मूल्य होता है जिसके आधार पर किसी वस्तु पर कस्टम ड्यूटी (Import Tax) लगाई जाती है।
सरकार जब यह दर घटाती है, तो आयातकों पर टैक्स का बोझ कम होता है। इसका सीधा असर यह होता है कि
👉 सोने और चांदी के घरेलू दामों में स्थिरता आती है,
👉 और ग्राहकों के लिए खरीदारी थोड़ी सस्ती हो सकती है।

🔹 भारत का सोने-चांदी बाजार
भारत, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोना आयातक देश है, जबकि चांदी के आयात में भारत पहले स्थान पर है।
रिपोर्ट के अनुसार —
-
भारत कुल सोने का 40% स्विट्जरलैंड से,
-
16% UAE से, और
-
10% दक्षिण अफ्रीका से आयात करता है।
वित्त वर्ष 2024-25 में सोने का कुल आयात 27.3% बढ़कर $58 बिलियन तक पहुंच गया है।
🔹 1 नवंबर को सोने-चांदी के ताज़ा भाव
| धातु | पिछली कीमत | नई कीमत | अंतर |
|---|---|---|---|
| 🪙 सोना (10 ग्राम) | ₹1,23,210 | ₹1,23,000 | ₹210↓ |
| 🪙 सोना (100 ग्राम) | ₹12,32,800 | ₹12,30,000 | ₹2,800↓ |
| 🪙 सोना (8 ग्राम) | ₹98,624 | ₹98,400 | ₹224↓ |
| 🪙 चांदी (1 किलो) | ₹1,51,000 | ₹1,52,000 | ₹1,000↑ |
🔹 क्या होगा असर
सरकार के इस कदम से
-
आयातकों को टैक्स में राहत मिलेगी,
-
कीमतों में स्थिरता आएगी, और
-
ग्राहकों के लिए गोल्ड ज्वेलरी थोड़ी सस्ती हो सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता बनी रही, तो भारत में आने वाले हफ्तों में सोने-चांदी के भाव और संतुलित रहेंगे।




