भारत में टोल टैक्स भुगतान के लिए फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है। यह सुविधा साल 2014 में पूरे भारत में लागू की गई थी। कई नेशनलाइज्ड बैंक फास्टैग की सुविधा प्रदान करते हैं। फास्टैग को रिचार्ज करना पड़ता है और इसके बाद टोल टैक्स का भुगतान आपके अकाउंट से ऑटोमेटिक कट जाता है।
फास्टैग रिचार्ज खत्म होने पर क्या करें?
अगर आपके फास्टैग का रिचार्ज खत्म हो जाता है, तो यह काम नहीं करेगा और आपको टोल पर अलग से पैसे चुकाने होंगे। लेकिन अब एक नई सुविधा के तहत आप फास्टैग में ऑटोमेटिक रिचार्ज सेट कर सकते हैं, जिससे बार-बार पैसे ऐड करने की जरूरत नहीं होगी।
यूपीआई लाइट की सुविधा
साल 2020 में आरबीआई ने यूपीआई लाइट में ई-मेंडेट लागू करने की घोषणा की थी। इस सुविधा के तहत ऑटोमेटिक ही आपके फास्टैग में पैसे आ जाएंगे। यूपीआई लाइट के वॉलेट में आप मैक्सिमम 2000 रुपये रख सकते हैं।
यूपीआई लाइट के लाभ
फोन पे, गूगल पे जैसी ऐप्स में आपको यूपीआई लाइट का ऑप्शन मिल जाएगा। इससे फास्टैग में ऑटोमेटिक रिचार्ज की सुविधा मिलेगी और आपको टोल टैक्स के लिए परेशानी नहीं होगी।
महत्वपूर्ण जानकारी
सुविधा | विवरण |
---|---|
फास्टैग की शुरुआत | साल 2014 |
रिचार्ज खत्म होने पर | मैन्युअल रूप से रिचार्ज करना होगा |
नयी सुविधा | यूपीआई लाइट में ई-मेंडेट |
यूपीआई लाइट वॉलेट लिमिट | 2000 रुपये |
उपलब्ध ऐप्स | फोन पे, गूगल पे |
फास्टैग के ऑटोमेटिक रिचार्ज की यह सुविधा न केवल आपके समय की बचत करेगी बल्कि टोल प्लाज़ा पर होने वाली असुविधा से भी आपको बचाएगी।