अक्सर सड़कों पर निकलते वक्त ट्रैफिक पुलिस के द्वारा चेकिंग के दौरान दुर्व्यवहार की बातें सामने आती हैं. कई बार ट्रैफिक पुलिस के लोग मोबाइल छीन लेते हैं तो वही मोबाइल रिकॉर्डिंग करने पर भी रोकते हैं. हालांकि अगर आप सड़क कानून को सही तरीके से जानेंगे तो ऐसे स्थितियों में हमेशा बच सकेंगे.
कौन कर सकता है चेकिंग.
आपके गाड़ियों को सड़कों पर केवल पूरे के पूरे यूनिफॉर्म पहने हुए ट्रैफिक पुलिस जिसके ऊपर उसका नेम प्लेट भी लगा हुआ हो. वही कर सकता है. सामान्य पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक कार्य के लिए नहीं लगाया जाता है. चेकिंग के दौरान आप चेकिंग करने वाले पुलिसकर्मी की आईडी भी मांग सकते हैं. यह आपका अधिकार है.
ट्रैफिक पुलिस नहीं कर सकते आपके साथ यह काम.
जांच के दौरान पुलिसकर्मी ना ही आपके साथ दुर्व्यवहार कर सकते हैं और ना ही वह आपके गाड़ियों की चाबी निकाल सकते हैं. ऐसा करना मोटर एक्ट 2019 के अधिनियम के खिलाफ है. चेकिंग के दौरान ना ही पुलिसकर्मी आपको किसी भी प्रकार से प्रताड़ित कर सकते हैं और ना ही उनके पास गाली गलौज या अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग करने का अधिकार है.
आप कर सकते हैं रिकॉर्डिंग.
अगर ट्रैफिक पुलिस आपके साथ किसी प्रकार से दुर्व्यवहार कर रहे हैं तो वैसे स्थितियों में आप उनके रिकॉर्डिंग कर सकते हैं. साथ ही साथ ट्रैफिक पुलिस आपका मोबाइल जप्त नहीं कर सकता है और ना ही आपके द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो के ऊपर मैं रोक लगा सकता है.