पूरी खबर एक नज़र,
- कामगार खाड़ी देशों में जाने से पहले देखें अपडेट
- जाल में फंसा रहे हैं नियोक्ता
वीजा, पासपोर्ट और वर्क परमिट से जुड़े कुछ जरूरी निर्देशों को अवश्य जानना चाहिए
खाड़ी देशों में अगर कोई कामगार काम करने जाता है तो उसे वीजा, पासपोर्ट और वर्क परमिट से जुड़े कुछ जरूरी निर्देशों को अवश्य जानना चाहिए। मिली जानकारी के अनुसार नियोक्ता और कंपनियां मासूम भारतीयों को ऐसे जाल में फंसाते हैं कि वह अपनी नौकरी से तो हाथ धो ही बैठते हैं और कानूनी पचड़े में पड़ कर मुसीबत का सामना भी करते हैं।
टूरिस्ट वीजा के जाल में फंसाते हैं
जी हां, कई नियोक्ता मासूम लोगों को टूरिस्ट वीजा के जाल में फंसाते हैं और काम देने का वादा करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि टूरिस्ट वीजा हासिल करना आसान होता है इसमें पैसे कम लेते हैं और समय भी कम लगता है।
शिकायत नहीं कर पाते हैं कामगार
अपनी कंपनियों में टूरिस्ट वीजा पर आए लोगों को रखने वाले नियोक्ता उन सभी जिम्मेदारियों से छुटकारा पा लेते हैं जो कानून के द्वारा एक नियोक्ता को दी गई है। टूरिस्ट वीजा पर गए लोगों का शोषण किया जाता है , समय पर पैसा नहीं दिया जाता और बेहिसाब काम करवाया जाता है। मजबूरन कामगार इसकी शिकायत भी नहीं कर पाते क्योंकि इससे पुलिस को पता चल जाएगा कि वह गैरकानूनी तरीके से नौकरी कर रहे हैं और उलटा उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसलिए खाड़ी देशों सहित किसी भी देश में काम पर जाने से नियमों से अपडेट होना जरूरी है वरना लापरवाही और नियोक्ताओं पर जरूरत से ज्यादा भरोसा जिंदगी तबाह कर सकता है।