एक नजर पूरी खबर
- अब पुरूषों पर झूठे आरोप लगाना महिलाओं को पड़ सकता है भारी
- मानहानि के मामले में देने पड़ सकता है भारी जुर्माना
- कोर्ट ने जारी किया सजा का नया प्रावधान
यूएई में आज एक महिला को अपने कुल पुरुष सहकर्मी के खिलाफ झूठा आरोप लगाने और उसके दोस्तों और परिवारों के बीच उसकी मान प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के मामले में पीड़ित को dh30,000 का जुर्माना करने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि इस तरह के फर्जी मामलों पर उदाहरण पेश करते हुए अबू धाबी कोर्ट ने अरब महिला को फर्जी आरोपों के लिए दोषी पाए जाने के बाद पुरुष को मुआवजा देने का आदेश दिया है। इस मामले पर आधिकारिक अदालत के दस्तावेजों में कहा गया है कि महिला ने अधिकारियों से शिकायत की थी कि आदमी ने उसे बुरी तरह से पीटा था और उसे मारने की भी धमकी दी थी।
इसके बाद मामला दर्ज होने पर जब पुलिस और सार्वजनिक अभियोगों द्वारा जांच शुरू हुई तो मामले को खारिज कर दिया गया था ताकि महिला के दावों की पुष्टि करने के लिए सबूत न मिले। इस दौरान महिला ने भी अपने सहयोगी के खिलाफ लगाए अपने सभी आरोप खुद ही वापस ले लिए।
हालांकि, इसके बाद उस व्यक्ति ने उस महिला के खिलाफ मुकदमा दायर किया, जिसने उसके खिलाफ लगे झूठे आरोपों के परिणामस्वरूप नैतिक और भौतिक क्षति के लिए मुआवजे के रूप में Dh100,000 की मांग की।
उन्होंने अपने मुकदमे में कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए झूठे आरोपों ने उनके सहयोगियों और उनके परिवार के बीच उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया और इससे उन्हें आघात और चिंता भी हुई है और अब ऐसे में महिला को उनकी मान की हुई हानि का हर्जाना भरना होगा। आदमी ने कहा कि आरोपों के परिणामस्वरूप, काम पर एक उच्च पद के लिए उसकी पदोन्नति को रोक दिया गया, जिससे उनके वेतन में होनी वाली बढ़ोतरी भी रूक गई।
पीड़ित ने बताया कि वह विशेष कार्य करने के लिए यात्रा करने में असमर्थ था क्योंकि जांच अवधि के दौरान अधिकारियों द्वारा उसका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया था। इसके चलते वह अपने जरूरी काम को भी समय से पूरी ना कर सका।
ऐसे में सभी पक्षों को सुनने के बाद, अदालत ने फैसला किया कि महिला कानूनी खर्चों के अलावा पुरुष को Dh30,000 का भुगतान भी मानहानि के जुर्माने के तहत करेगी।GulfHindi.com