यूएई सरकार ने बढ़ते सैन्य हमलों व तनाव को देखते हुए ईरान में मौजूद अपने नागरिकों और प्राणियों को सुरक्षित निकालना शुरू किया है. यह कदम उन लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया, जो टकराव क्षेत्र में फंसे हैं. 13 जून से इजरायल और ईरान के बीच जंग जारी है. इसी दिन इजराइल ने ईरान पर एक बड़ा हवाई हमला किया था, जिसमें ईरान की सेना के उच्च पदस्थ अधिकारी मारे गए थे. इसके बाद से दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है.
इस बढ़ते तनाव के बीच, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने ईरान में फंसे अपने नागरिकों और निवासियों को सुरक्षित निकालने का अभियान चलाया. यह निकासी अभियान ईरान के संबंधित अधिकारियों के समन्वय में संपन्न हुआ, ताकि बिना किसी अवरोध के लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर लाया जा सके. यूएई सरकार ने यह कदम नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उठाया, क्योंकि क्षेत्र में स्थिति बेहद अस्थिर बनी हुई है.
यूएई ने एक बार फिर कूटनीतिक प्रयासों को प्राथमिकता देने की अपील की
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने एक बार फिर इस बात पर ज़ोर दिया है कि वह संघर्ष को समाप्त करने के लिए संबंधित पक्षों के साथ निरंतर, गहन कूटनीतिक संवाद और परामर्श कर रहा है. यूएई की ओर से यह स्पष्ट किया कि राजनय और संवाद को प्राथमिकता देना ही एकमात्र समाधान है और यही मार्ग क्षेत्र के लोगों के लिए स्थिरता, न्याय और समृद्धि सुनिश्चित करने की समग्र दृष्टिकोण पर आधारित होना चाहिए. सरकार ने यह भी कहा कि सभी पक्षों को संयम बरतते हुए राजनयिक समाधान की ओर बढ़ना चाहिए, ताकि इस संकट का शांतिपूर्ण और टिकाऊ हल निकाला जा सके.
यूएई राष्ट्रपति ने इज़रायली हमलों के बीच ईरान और उसके नागरिकों के प्रति एकजुटता जताई
मंगलवार को यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नहयान ने हालिया इज़रायली सैन्य हमलों के संदर्भ में ईरान और वहां की जनता के प्रति एकजुटता व्यक्त की. यह बयान ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान से टेलीफोनिक बातचीत के दौरान आया, जिसमें दोनों नेताओं ने बढ़ते संघर्ष के क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा पर गंभीर प्रभावों पर चर्चा की.
इज़राइल की ओर से कहा गया कि उसने रातों-रात दर्जनों सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिनमें तेहरान में परमाणु हथियार विकास से जुड़े अनुसंधान केंद्र, मिसाइल उत्पादन स्थल, और ईरान के पश्चिमी व मध्य क्षेत्रों के सैन्य अड्डे शामिल हैं. इसके जवाब में, ईरान ने शुक्रवार सुबह एक नई मिसाइलों की बौछार की, जो दक्षिणी शहर बेर्सेवा में रिहायशी अपार्टमेंट्स, कार्यालय भवनों और औद्योगिक इकाइयों के पास गिरीं.




