अरब देशों में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस के नए वेरिएंट को लेकर कई प्रकार के प्रतिबंध और एतिहाद बढ़ते जा रहे हैं इसमें संयुक्त अरब अमीरात के साथ-साथ सऊदी अरब कतर कुवैत बहरीन ओमान जैसे देश लगातार नियमों के साथ कदमताल कर रहे हैं.
फर्क पड़ रहा है प्रवासी कामगारों को.
दिन प्रतिदिन बढ़ रहे मामलों की संख्या को देखते हुए और बदल रहे नियमों को ताक में रखते हुए प्रवासी कामगार इस बात से काफी सहमे से हैं कि वह अगर अरब देशों में काम कर रहे हैं और कोई जरूरत है तो घर जाएं या ना जाएं क्योंकि जाने के उपरांत अगर लॉकडाउन जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई तब स्थिति या न घर के न घाट के वाली हो जाएंगी.
जो जा चुके हैं घर.
बीच में जब स्थितियां ठीक हुई थी तब कई कामगारों ने अपने घर का रुख किया था हालांकि उसके बाद जब स्थिति या बिगड़ने लग गई हैं तब लगातार कई देशों में यह अनिवार्य कर दिया गया है कि पूर्ण रूप से वैक्सीन लगवा चुके लोग ही दाखिल हो सकेंगे ऐसी स्थितियों में प्रवासी कामगार अपने आप को फंसा हुआ महसूस कर रहे हैं.
संयुक्त अरब अमीरात ने किया है अपडेट.
संयुक्त अरब अमीरात के लीडरशिप महामहिम ने अग्रिम दृश्यता वाले फैसले लेते हुए कहा है कि हम संयुक्त अरब अमीरात में हमेशा वैसे ही कदम उठाते हैं जिससे कि लोगों को कम से कम नुकसान उठाना पढ़े. महामहिम ने फैसला लेते हुए कहा है कि अभी संयुक्त अरब अमीरात में पूर्ण लॉकडाउन लगाने की कोई गुंजाइश नहीं है हालांकि नियम और प्रतिबंध समय आने पर और कड़े किए जा सकते हैं जिसका केवल मसरिया होगा कि संक्रमण और ना फैले.
उन्होंने समीक्षा बैठक में कहा कि एक्सपोर्ट के डाटा के अनुसार यह वेरिएंट चिंताजनक जरूर है लेकिन ऐसी कोई भी स्थिति उत्पन्न होने वाली नहीं प्रतीत होती है जिसके वजह से लॉकडाउन जैसे कड़े और कठोर कदम उठाए जाएं अतः संयुक्त अरब अमीरात अपने प्रतिबंधों के साथ दिन प्रतिदिन के कार्य को जारी रखेगा.
रात को और सुरक्षित बनाने के लिए बूस्टर डोस को बढ़ावा दिया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले और यहां आने वाले सारे लोग सुरक्षित और संक्रमण मुक्त रहें.