अगर आप भी छोटे बैंकों से फाइनेंस करते हैं तो आपको इस खबर पर ध्यान देने की जरूरत है. अब वसूली करने के लिए उसे बैंक के अलावा दूसरी एजेंसी आपके पास पहुंचने वाली है. हाल ही में उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक ने अपने पुराने खराब लोन का बड़ा हिस्सा दूसरे कंपनी को बेच दिया है जो अब वसूली करने की हकदार होगी.
हाल ही में उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक ने एक बड़े कदम के साथ अपनी NPA और Write-Off लोन का एक बड़ा भाग बेचा है। बैंक ने 270 करोड़ रुपये से अधिक के इन लोन और Assets को एक एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी को बेच दिया है। इस लेन-देन की पूरी सूचना एक एक्सचेंज फाइलिंग में सार्वजनिक की गई।
इस बिक्री से बैंक को 40.5 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई। यह सौदा स्विस चैलेंज मेथड के माध्यम से किया गया जिसमें निजी कंपनियों को बिडिंग के माध्यम से सरकारी कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त करने की अनुमति मिलती है।
माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र में इन दिनों काफी दबाव और अस्थिरता देखने को मिल रही है। इसका मुख्य कारण ग्राहकों का ओवरलेवरेजिंग, ऋण की अदायगी में असमर्थता और कई नकली आईडी कार्ड के साथ ग्राहकों को दी गई ऋण सुविधाएं हैं। इस वजह से माइक्रोफाइनेंस सेक्टर में व्यक्तिगत और कंपनियों का दबाव लगातार बढ़ रहा है।