रूस और यूक्रेन के बीच में चल रहा युद्ध अब लाखों लोगों को बेघर बना चुका है वही अनगिनत की संख्या में लोग संसाधन नष्ट हो चुके हैं, फिर भी अब तक मामला किसी निर्णायक स्तर तक नहीं पहुंच सका है.
कुछ इलाकों से रूसी सेना को को निकाला यूक्रेन ने.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कई जगहों पर यूक्रेन के सेना ने रूस की सेना को पीछे धकेला है और अपने शहरों को दोबारा से अपने कब्जे में लिया है. बीबीसी संवाददाता के एक रिपोर्ट में देखा गया कि यूक्रेन के सेना के जवान ड्रोन इत्यादि का इस्तेमाल कर रूसी सेनाओं का सटीक पोजीशन लेकर उन पर सही तरीके से वार कर रहे हैं जिसके वजह से उन्हें अपने इलाकों को दोबारा से जीतने में सफलता मिली है.
पीएम मोदी ने सुझाया रास्ता.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच में चल रहे युद्ध के बीच का रास्ता निकालने के लिए दोनों पक्षों को कहा जिसमें उन्होंने यह साफ कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच का रास्ता कभी भी युद्ध के दम पर नहीं निकाला जा सकता है और इसके लिए हथियारों को डालकर कुर्सियों पर बैठना है सही समाधान लेकर आएगा.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दिया जवाब.
प्रधानमंत्री मोदी की सलाह के ऊपर में यूक्रेन के जेलेंस्की ने जवाब देते हुए कहा है कि यूक्रेन किसी भी तरीके से पुतिन के साथ समझौता और नहीं करेगा. यूक्रेन अपने अंत समय तक बहादुरी से अपने लोगों की और अपनी सीमाओं की रक्षा करेगा.
पीएम मोदी ने जेलेंस्की को किया था फोन.
प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की से फोन पर बात करते हुए कहा था कि यह वक्त युद्ध का नहीं है और इस चल रहे युद्ध के कारण पर्यावरण को भी खासा नुकसान हो रहा है अतः जल्द ही युद्ध का रास्ता छोड़कर दोनों देशों को रास्ते निकालने चाहिए. जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोन का शुक्रिया किया और कहा कि भारत के इस शांति हस्तक्षेप के लिए धन्यवाद करना चाहते हैं और भारत यूक्रेन के संप्रभुता में विश्वास रखता है इसके लिए भी वह भारत को धन्यवाद करना चाहते हैं. लेकिन रूस जब तक अपनी सारी शर्ते छोड़कर समझौते के लिए नहीं आता है यूक्रेन कभी भी समझौता नहीं करेगा.