केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल गुरुवार को अबू धाबी में होने वाली 13वीं भारत-यूएई हाई लेवल टास्क फोर्स ऑन इन्वेस्टमेंट्स (HLJTFI) की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। उनके साथ इस बैठक की अध्यक्षता अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर शेख हमद बिन जायद अल नहयान करेंगे।
इस बैठक में भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA), डबल टैक्सेशन संधि और दोनों देशों के सेंट्रल बैंक से जुड़े मामलों की समीक्षा की जाएगी। साथ ही समुद्री क्षेत्र और अंतरिक्ष जैसे अहम क्षेत्रों में निवेश के नए अवसरों पर चर्चा होगी। गोयल 18-19 सितंबर को दो दिन की यूएई यात्रा पर हैं। इस दौरान वे यूएई-इंडिया बिज़नेस काउंसिल (UIBC) राउंडटेबल की सह-अध्यक्षता करेंगे और भारत व यूएई की प्रमुख कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे।
इसके अलावा, वे द्विपक्षीय बैठकों में भी हिस्सा लेंगे जिनका मकसद व्यापार, निवेश और सहयोग को मज़बूत करना है। यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात यूएई के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शेख तहनून बिन जायद अल नहयान, अबू धाबी डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक डेवलपमेंट के चेयरमैन अहमद जसीम अल जाबी और IHC के मैनेजिंग डायरेक्टर सैयद बसार शुएब सहित कई बड़े कारोबारी नेताओं से होगी।
पिछली 12वीं बैठक अक्टूबर 2024 में मुंबई में हुई थी, जिसमें भारत-यूएई द्विपक्षीय निवेश संधि को मंज़ूरी दी गई थी। 2013 में स्थापित यह टास्क फोर्स दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ाने के लिए अहम मंच रही है। यूएई भारत का एक प्रमुख रणनीतिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच संबंध राजनीति, ऊर्जा, रक्षा, तकनीक और खाद्य सुरक्षा जैसे कई क्षेत्रों में गहराई से जुड़े हैं। मई 2022 में लागू हुए CEPA समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार तेज़ी से बढ़ा है और गैर-तेल क्षेत्रों में भी बड़ा विस्तार हुआ है।




