दुबई के सबसे पुराने होटलों में से एक होटल में काम करने वाले कर्मचारी इन दिनों काफी परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। होटल के कर्मचारियों को बीते एक साल से उनका मेहनताना नही मिला है। ऐसे में वह अपने देश भी वापसी नहीं कर पा रहे हैं।
बुर दुबई में अल फलाह गली पर स्थित राजदूत होटल के लगभग 37 कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उनमें से कई को दो साल से भुगतान नहीं किया गया था। इतना ही नहीं उनका नियोक्ता, जो इस समय खुद भारत में हैं, ने उन्हें भूखा और मरने के लिए छोड़ दिया है। इस दौरान कोई उनकी पूछताछ नहीं कर रहा है। वहीं लोगों को उम्मीद थी कि होटल एक बार फिर खुल सकता है, तो शायद उनका वेतन उन्हे मिल जाये और वह वतन वापसी कर सकेंगे।
वही, होटल के मालिक राजू लुल्ला ने इन आरोपों का खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि होटल परिचालन में वापस आ जाएगा और कर्मचारियों को यूएई में वापस आते ही भुगतान कर दिया जाएगा।
बता दे यह होटल 50 साल पहले दुबई के शासक शेख राशिद बिन सईद अल मकतूम द्वारा बनाया गया था। एक समय में यहां भारी संख्या में लोगों का आना-जाना था और लोग इसे काफी पसंद भी करते थे, लेकिन बीते दो सालों से आर्थिक परेशानियों से गुजरने के कारण इसने कर्माचारियों का मेहनताना नहीं दिया है, जिसके चलते यहां कर्मचारियों का कब्जा है।
कर्मचारियों का कहना है कि उन्हे दो साल से वेतन नहीं मिला है और वह अपने घर वापसी करना चाहते हैं। इसके लिए वह लगातार मदद की भी गुहार लगा रहे हैं।
एक नजर पूरी खबर
- दुबई में फंसे भारतीय प्रवासी कामगार
- को दो साल से नहीं मिला वेतन
- iconic होटल में करते हैं काम, नियोक्ता है फरार
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