दुबई की Emirates International School (EIS) ने कक्षाओं में मोबाइल फोन पर पूरी तरह रोक लगाने का फैसला किया है। यह जानकारी स्कूल के मालिक और यूएई के अरबपति खलाफ अहमद अल हबटूर ने शनिवार को साझा की।
अल हबटूर ने अपने X अकाउंट पर वीडियो में बताया कि यह निर्णय नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत से पहले लिया गया है और इसका उद्देश्य छात्रों के लिए ध्यान केंद्रित और अनुशासित शिक्षा वातावरण सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने फोन स्कूल प्रशासन को सौंपने होंगे या उन्हें स्कूल में नहीं लाना होगा और कक्षा समाप्त होने तक फोन का इस्तेमाल पूरी तरह मना रहेगा।
अल हबटूर ने सभी स्कूलों से आग्रह किया कि वे EIS का अनुसरण करें, ताकि एक ऐसी पीढ़ी तैयार हो सके जो प्रौद्योगिकी और मूल्यों, ज्ञान और पहचान के बीच संतुलन बनाए रख सके।
स्कूल और शिक्षा पर जोर:
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EIS के दो ब्रांच हैं: जुमेराह और मीडोज़। EIS-जुमेराह की स्थापना 1991 में Al Habtoor Group द्वारा की गई थी।
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स्कूल ने अरबी भाषा को प्राथमिकता देने का भी फैसला किया है, ताकि यह छात्रों की पहचान और सांस्कृतिक जुड़ाव बनाए रखने में मदद करे।
यह कदम यूएई शिक्षा मंत्रालय (MoE) द्वारा हाल ही में घोषित परिवर्तनों के अनुरूप है, जिनमें शामिल हैं:
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अरबी और इस्लामिक शिक्षा के लिए अधिक शिक्षण समय।
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कक्षा 1 के छात्रों के लिए अरबी बेसलाइन आकलन, ताकि उनकी जरूरतों के अनुसार सपोर्ट प्रोग्राम तैयार किया जा सके।
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दुबई में KHDA ने प्रारंभिक बचपन शिक्षा में अरबी भाषा शिक्षा को अनिवार्य किया है, जो बच्चों के जन्म से छह वर्ष तक लागू होगी।
इस प्रकार, EIS का यह निर्णय तकनीक और शिक्षा में संतुलन बनाए रखने के साथ-साथ छात्रों की सांस्कृतिक और भाषाई पहचान को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।




