प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 से 17 सितंबर के बीच झारखंड, गुजरात और ओडिशा में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हुए देश की पहली ‘वंदे मेट्रो’ सहित एक दर्जन से अधिक वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने जा रहे हैं। इन नई ट्रेनों के शुरू होने से देश के अलग-अलग हिस्सों में यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा।
वंदे मेट्रो: अहमदाबाद से भुज तक नई शुरुआत
- अहमदाबाद-भुज वंदे मेट्रो देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन है।
- यह ट्रेन पूरी तरह से अनारक्षित और वातानुकूलित है।
- यात्री ट्रेन के प्रस्थान से कुछ समय पहले टिकट काउंटर से टिकट खरीद सकेंगे।
- ट्रेन में 1,150 यात्रियों के बैठने और 2,058 यात्रियों के खड़े होकर यात्रा करने की क्षमता है।
- यह सेवा सोमवार से शुरू हो गई है, जिससे गुजरात के दो महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा और सुविधाजनक हो गई है।
- सबसे महत्वपूर्ण की इसका किराया यात्रियों के लिए नाममात्र ही होगा।
नई वंदे भारत ट्रेनें: यात्रियों के लिए खुशखबरी
प्रधानमंत्री ने टाटानगर रेलवे जंक्शन से टाटानगर-पटना (वाया बोकारो, कोडरमा) वंदे भारत ट्रेन को सीधे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा, उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पांच अन्य वंदे भारत ट्रेनों को भी रवाना किया:
- भागलपुर-हावड़ा (वाया दुमका)
- ब्रह्मपुर-टाटानगर
- गया-हावड़ा
- बैद्यनाथ धाम-वाराणसी (वाया गया, नवादा, सासाराम)
- राउरकेला-हावड़ा
इन ट्रेनों के शुरू होने से विभिन्न तीर्थ स्थलों और पर्यटन स्थलों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
झारखंड में नई रेल परियोजनाओं का लोकार्पण
- प्रधानमंत्री ने झारखंड में 660 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखी और लोकार्पण किया।
- मधुपुर बाईपास लाइन और हजारीबाग टाउन कोचिंग डिपो की आधारशिला रखी गई।
- मधुपुर बाईपास लाइन से हावड़ा-दिल्ली मुख्य लाइन पर ट्रेनों की देरी कम होगी और गिरिडीह और जसीडीह के बीच यात्रा का समय घटेगा।
- मोदी ने चार रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) को भी राष्ट्र को समर्पित किया।
वंदे भारत ट्रेनें: तीर्थ और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
- नई वंदे भारत ट्रेनों से तीर्थ स्थलों और पर्यटक स्थलों के बीच रेल कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
- इससे तीर्थाटन और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- रेल यात्रियों का सफर आसान और समय की बचत वाला होगा।
नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत में अब 20 कोच
नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन अब 20 कोच की हो गई है। इससे अधिक यात्रियों को यात्रा की सुविधा मिलेगी और भीड़भाड़ कम होगी।