वीजा फ्रॉड का पर्दाफाश
संयुक्त अरब अमीरात में इमीग्रेशन विजा को लेकर फ्रॉड का मामला सामने आया है। 43 वर्षीय प्रवासी वीसा के लिए पैसे तो ले लेता था लेकिन वीजा नहीं देता था। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी में सोशल मीडिया सहित कई स्थानों पर अपना विज्ञापन लगा रखा था।
विज्ञापन के अनुसार कम कीमत और स्पेशल ऑफर के तहत लोगों को विदेश भेजने और वीजा प्लानिंग की जानकारी देता था।
लोगों को कैसे होता था यकीन?
आरोपी ने अपना एक नकली हेड क्वार्टर खोल रखा था जहां पर पीड़ितों को बुलाकर उनका इंटरव्यू लेता था और दिशा के बदले ढेर सारी रकम। इसके अलावा वह उन लोगों को पेमेंट के बदले कंपनी की नाम का रसीद भी देता था।
मिली जेल की सजा
बताते चलें कि Department of Economic Development के आधिकारिक लेटर के मुताबिक यह कंपनी नकली थी। इसके पास लाइसेंस ही नहीं था। हालांकि आरोपी ने कहा कि वह इस फ्रॉड कंपनी का केवल कर्मचारी है।
कोर्ट ने उसे दो महीने जेल की सजा सुनाई है। जेल की सजा के बाद उसे देश से निकाल दिया जाएगा। साथ ही उसे सभी पीड़ितों को पैसे लौटाने का निर्देश दिया गया है।