व्हील अलाइनमेंट का मतलब है कि व्हील्स को एक ही डायरेक्शन में सेट किया जाता है, ताकि कार को चलाते समय वे एक सामान्य और उचित रूप से काम करें। इसका मुख्य उद्देश्य कार के चक्कों को सीधा और स्थिर रखना होता है, ताकि वाहन को संतुलित और ठीक से चला सकें।
व्हील अलाइनमेंट के बिना क्या नुकसान हो सकते हैं?
अलाइनमेंट ना करवाने का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि टायर जल्दी ही घिस जाते हैं। इसके अलावा, यदि आपकी गाड़ी की व्हील्स का अलाइनमेंट ठीक नहीं है, तो आपकी कार एक तरफ झुकने लगती है, जिससे ड्राइव करना मुश्किल हो जाता है और यह यातायात सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा, गलत अलाइनमेंट से आपकी कार के संरचना के अन्य हिस्सों पर भी प्रभाव पड़ सकता है, जैसे कि सस्पेंशन सिस्टम।
कब व्हील अलाइनमेंट की जरूरत होती है?
व्हील अलाइनमेंट की आवश्यकता तब होती है जब:
- आपकी कार एक ओर झुकने लगे, जबकि आपने स्टीयरिंग को सीधा रखा है।
- आपके टायरों का अतिधिक या असमान घिसाव हो।
- स्टीयरिंग व्हील सीधे होने पर भी केंद्र में नहीं होती है।
- आपने अभी हाल ही में नए टायर लगवाए हैं।
सुरक्षा के लिहाज से, विशेषज्ञों की सलाह है कि हर 10,000 किलोमीटर चलने के बाद या कम से कम हर साल एक बार व्हील अलाइनमेंट करवाना चाहिए।