पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जंग जारी है। रविवार को अफगानिस्तान की सेना की ओर से कहा गया है कि सीमा पर हुई रात भर की झड़प में कम से कम 23 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। इसके साथ ही अफगानिस्तानी सेना ने तालिबान और उससे जुड़े 200 से ज्यादा आतंकवादियों को भी मारने का दावा किया है। अफगानिस्तानी और पाकिस्तानी दोनों सेना एक दूसरे पर आऱोप लगा रहे हैं। बॉर्डर पर हालात काफी बिगड़ गए हैं लेकिन इन सबके बीच हर कोई इस बात से हैरान है कि सऊदी अरब आखिर क्या कर रहा है ? कुछ दिनों पहले सऊदी के साथ पाकिस्तान का रक्षा समझौता हुआ था जिसमें डील हुई थी कि एक देश पर हमला दोनों देशों पर हमला माना जायेगा। लेकिन फिलहाल जो पाकिस्तान की स्थिति है उसमें सऊदी ने उसका साथ देने के बजाय केवल तसल्ली ही दी है।
सऊदी ने पाकिस्तान को दी सलाह
सऊदी के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान की सरकार की ओर से बयान जारी किया गया है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर हुई हिंसक झड़पों के बीच ‘आत्मसंयम’ बरतने की सलाह दी है जिससे स्थिति ज्यादा बिगड़े नहीं। सऊदी के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा क्षेत्रों में हो रही तनाव और झड़पों को सऊदी अरब चिंताजनक दृष्टि से देख रहा है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि वो संयम बरतें, स्थिति को और बढ़ने न दें, और बातचीत और विवेक का पालन करें, जो तनाव को कम करने और क्षेत्र की सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखने में सहायक होगा।’
पाकिस्तान का हुआ बंटाधार
सऊदी विदेश मंत्रालय ने कहा, सऊदी अरब सभी क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का समर्थन करता है जो शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए हैं और हमेशा यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि भाईचारे वाले पाकिस्तानी और अफगान लोगों के लिए सुरक्षा स्थापित हो, जिससे स्थिरता और समृद्धि प्राप्त हो सके।
गौरतलब है कि सऊदा से हुए रक्षा समझौते के बाद पाकिस्तान जो चारों ओर यह ढ़िंढोरा पीट रहा था कि अब सारे मुस्लिम देश अगर एक साथ आ जाये तो नाटो जैसा महागबंधन बन सकता है लेकिन अब उसके बड़बोले बयान रह गए। पाकिस्तान के साथ दावे तो फुस्स होते ही दिख रहे हैं।




