यूएई में बच्चों ने मूल रूप से गर्मियों की छुट्टियों के दौरान अपने समय का बड़े ही अच्छे तरीके से समय का उपयोग कर रहे हैं। माता-पिता और प्रशिक्षण संस्थानों ने रचनात्मक रुप से बच्चों को व्यस्त रखा है।
अज़बैजानी प्रवासी एशद शिरीनोव ने अपने 14 साल के बेटे आयदीन शिरीन को अपनी छुट्टी का विवेकपूर्ण उपयोग कराना चाहते थे। लेकिन कोविड-19 के कारण उन्हें यह काफी मुशकिल लगा। लेकिन उन्होंने इसे एक बाधा के रूप में स्विकार न करते हुए अपने बेटे को दो सप्ताह के जुजित्सु यानी जापानी मार्शल आर्ट के प्रशिक्षण के लिए भेज दिया। हालांकि उनके बेटे को अबू धाबी में शिविर में भाग लेने के लिए कोविड-19 के परीक्षणों से गुडरना पड़ा। लेकिन अज़रबैजानी को आयोजकों पर पूरा यकीन था और उन्हें पता था कि उनका बेटा अच्छे हाथों में रहेगा, और अनुशासित होगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि “मुझे लगता है कि, बच्चों के अपनी छुट्टियों के दौरान प्रभावी ढंग से अपने समय का सदुपयोग करना चाहिए। इससे बच्चों को आत्मविश्वास होने और कड़ी महत का मूल्य सीखने में मदद मिलती है। यह भविष्य में भी उन्हें अच्छी तरह से खड़ा करेगा।“ समय का सदुपयोग करने के विचार को सामने रखत हुए, भारतीय मां मधुलिका चटर्जी ने यह सुनिश्चित किया है कि, उनकी बेटी और बेटा दोनो ही अलग-अलग विकास संसाधनों के साथ व्यस्त रह रहे हैं।
माधुलिका चटर्जी ने बताया कि, उनकी 8 वर्ष की बेटी कनाडा से होस्ट किए जा रहे एक ड्रामा कैंप में व्यस्त है। उसने अपने शारीरिक पूर्वाभ्यास को फिर से शुरु कर दिया है। वह रिहर्सल के लिए द जंक्शन- अलसरकल एवन्यू में जाती है। साथ ही उनका बेटा नील उभरती अर्थव्यवस्थाओं में उद्यमिता पर ईडीएक्स कोर्स कर रहा है। दो सप्ताह पहले वह अजमान में अपने एमसीसी समर बैश के लिए भी गया था। इन सब से बच्चों को बहुत ही फायदा हुआ।
मलेशियाई मूम आदिलतुल अब्दुल्ला ने कहा कि, “मुझे लगता है कि शरीरिक रुप से सक्रिय बच्चों को स्कूल में प्रेरित, केंद्रित और सफल होने की अधिक संभावना है। मुझे खुशी है कि, यूएई में कोविड-19 की स्थिती बहुत नियंत्रित है। यही कारण है कि, हर कोई धीरे-धीरे अपनी गतिविधियों को पिर से शुरु कर रहे हैं। यह कहने की जरूरत नहीं है कि, हर कोई अच्छी स्वच्छता और सुरक्षा उपायों को बनाए रखता है। मुझे खुशी है कि, मेरे बच्चे गर्मियों के अवकाश का उपयोग कर रहे हैं।
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