केंद्रीय बजट में सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिससे दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इन प्रावधानों से राजधानी दिल्ली में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल और बढ़ेगा।
सौर ऊर्जा का विस्तार
दिल्ली में पहले ही सौर ऊर्जा का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) ने अपने क्षेत्र में लोगों को छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए प्रेरित किया है। इससे भवन स्वामी को भी फायदा होता है। आम बजट में एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का प्रावधान किया गया है, जिससे दिल्ली जैसे शहरों को खासा फायदा होगा।
फिलहाल दिल्ली में अलग-अलग इमारतों से कुल मिलाकर 250 मेगावाट के लगभग सौर ऊर्जा पैदा होती है। नए प्रावधानों के बाद इसमें तेजी आएगी। NDMC अपनी ऊर्जा जरूरतों का 25 फीसदी हिस्सा सौर ऊर्जा से पूरा करता है और नए प्रावधानों के बाद यह संख्या और बढ़ेगी।
इलेक्ट्रिक वाहनों का बढ़ता चलन
दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन तेजी से बढ़ रहा है। फिलहाल दिल्ली की सड़कों पर लगभग छह लाख इलेक्ट्रिक वाहन दौड़ रहे हैं। ई-रिक्शा से लेकर दोपहिया वाहन और इलेक्ट्रिक कारें तक शामिल हैं। केंद्रीय बजट में इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर देने के चलते दिल्ली में भी इसका चलन और तेजी से बढ़ने की संभावना है।