अच्छे स्वास्थ्य के लिए समय पर खाना आवश्यक है। अनरियलिस्टिक ब्यूटी स्टैंडर्ड के लगातार प्रमोशन के कारण लोग खाना स्किप करना बहुत पसंद कर रहे हैं और उन्हें लगता है कि इससे उनका स्वास्थ्य अच्छा होता चला जाएगा लेकिन परिणाम इसके उलट देखने को मिल रहे हैं और कई बार तो जानलेवा भी।

6 महीने तक रही पानी पीकर
कुछ इसी तरह का मतलब केरल से सामने आया है जिसमें एक छात्रा ने अपने साथ ऐसा ही किया। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि वह anorexia nervosa थी लेकिन समय पर सही इलाज न मिलने के कारण उसकी जान चली गई। जिस डॉक्टर के पास छात्रा का इलाज चल रहा था उनका कहना है कि पिछले करीब 6 महीने से उसने ज्यादातर पानी ही पिया था और खाना न के बराबर खाती थी। उसका वजन मात्र 24 किलो रह गया था और बेहद ही नाजुक स्थिति में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद उसे नहीं बचाया जा सका।
दरअसल anorexia nervosa एक ऐसा ईटिंग डिसऑर्डर है जिसमें लोगों को लगता है कि अगर वह खाना खाएंगे तो मोटे हो जाएंगे। इस तरह के डिसऑर्डर को psychiatric की मदद से ठीक किया जा सकता है। इस तरह के मामलों में और बढ़ोतरी हो जाती है जब बॉडी शेमिंग की जाती है। पीड़िता के पिता का कहना है कि उनकी मात्र 8 वर्ष की बेटी इसलिए खुद को भूखा रख रही थी क्योंकि क्लास में सब उसे मोटी कहकर चिढ़ाते हैं। खासकर 6 से लेकर 18 वर्ष के बच्चों में अपनी बॉडी को परफेक्ट बनाने का अलग ही क्रेज रहता है ऐसे में यह जरूरी है कि समाज उन्हें परफेक्ट की जगह हेल्थी बॉडी के लिए जागरूक करे।





