खास सावधानी बरतने की है जरूरत
विदेश में नौकरी तलाश रहे लोगों को खास सावधानी बरतने की जरूरत होती है। कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं जिनमें नौकरी का वादा करने के बाद ठगी की जाती है। यूके जाने वाले हजारों भारतीयों के साथ इसी तरह की घटना सामने आई है जिसमें उन्हें केयर वर्कर वीजा पर यूके भेजा गया था लेकिन जब वह वहां पहुंचे तो उन्हें पता चला कि वहां पर ऐसी कोई कंपनी है ही नहीं इसके बाद उन्हें डिपोर्ट करने की नौबत आ पड़ी है।
बताते चलें कि National Council of Gujarati Organisations (UK) के द्वारा इस बात की जानकारी दी गई है कि ऐसे हजारों मामले हैं जिनमें कामगारों को ऐसी कंपनी के द्वारा स्पॉन्सर कर दिया जाता है जिसका वीजा एक्जिस्ट ही नहीं करता है। वैसी कोई कंपनी होती ही नहीं है।
कामगारों के पास रहने के लिए ना घर है ना खाने के लिए पैसे
ऐसी स्थिति में कामगारों के सामने जीवन यापन की समस्या उत्पन्न हो जाती है और उन्हें समझ नहीं आता है कि पैसे ना होने की स्थिति में वह क्या करें। यह भी कहा गया है कि इन मासूमों की कोई गलती ना होने के बावजूद भी उन्हें डिपोर्ट किया जा रहा है। इनकी पीड़ितों में गुजरात के करीब 5 महिला और पुरुष हैं। इन लोगों ने वर्क परमिट पाने के लिए करीब 12 से 18 लख रुपए खर्च किए थे।