अब किसी भी बैंक, म्यूचुअल फंड, बीमा कंपनी या वित्तीय एजेंसी से आने वाली कॉल सिर्फ 1600 से शुरू होने वाले नंबरों से ही आएगी। इससे ग्राहकों को फ़्रॉड कॉल्स पहचानने में आसानी होगी। अलग-अलग संस्थानों के लिए अलग-अलग समयसीमा तय की गई है।
📰 पूरी खबर – आसान भाषा में
भारत में लगातार बढ़ रही बैंकिंग फ्रॉड और फर्जी कॉल्स को रोकने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब देश के सभी बैंक और वित्तीय संस्थानों को सिर्फ “1600 सीरीज वाले नंबर” से ही कॉल करनी होगी।
टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI ने यह नियम लागू कर दिया है, ताकि ग्राहकों को असली बैंक कॉल और फर्जी कॉल में फर्क आसानी से समझ आए।
TRAI ने इस फैसले को लागू करने के लिए विभिन्न संस्थानों को अलग-अलग समयसीमा दी है।
📅 कब से लागू होगा नया नियम?
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सभी बैंक:
1 जनवरी 2026 तक 1600 सीरीज अपनाना अनिवार्य -
म्यूचुअल फंड और एसेट मैनेजमेंट कंपनियाँ:
15 फरवरी 2026 तक नियम लागू -
स्टॉक ब्रोकर्स:
15 मार्च 2026 तक अनिवार्य -
एनबीएफसी, पेमेंट बैंक और छोटे फाइनेंस बैंक:
1 फरवरी 2026 तक बदलाव करना होगा -
बाकी संस्थान, सहकारी बैंक, ग्रामीण बैंक:
अंतिम समयसीमा 1 मार्च 2026

🎯 क्यों किया गया यह बदलाव?
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ग्राहकों को फेक कॉल से बचाना
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बैंकिंग धोखाधड़ी कम करना
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असली और फर्जी कॉल की पहचान आसान करना
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एक統ीकृत और सुरक्षित कॉलिंग सिस्टम बनाना
अब यदि आपको किसी बैंक से कॉल आती है और वह 1600 से शुरू नहीं होती, तो आप तुरंत समझ सकते हैं कि कॉल असली नहीं है।
FAQ
Q. क्या सिर्फ बैंक ही 1600 नंबर का इस्तेमाल करेंगे?
नहीं, म्यूचुअल फंड, स्टॉक ब्रोकर, NBFC और सभी वित्तीय संस्थान इसका उपयोग करेंगे।
Q. क्या इससे फेक कॉल पूरी तरह बंद हो जाएँगी?
फायदा ज़रूर होगा। ग्राहक असली कॉल तुरंत पहचान पाएँगे।
Q. क्या पुराने बैंक नंबर बंद कर दिए जाएँगे?
हाँ, निर्धारित समयसीमा के बाद पुराने सभी नंबर पूरी तरह बंद कर दिए जाएँगे।




