Deutsche Bank भारत में अपने पूरे Retail और Wealth Management बिज़नेस को बेचने की तैयारी में है। Kotak Mahindra Bank और Federal Bank इस पोर्टफोलियो को खरीदने की दौड़ में शामिल हैं। डील में Personal Loan, Mortgage Loan और लगभग ₹25,000 करोड़ के AUM वाला Wealth Business शामिल है।
मुख्य बातें (Key Highlights)
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Kotak Mahindra Bank और Federal Bank कर रहे हैं खरीद पर बातचीत
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डील में शामिल: Personal Loans + कुछ Mortgages
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Wealth AUM: लगभग ₹25,000 करोड़
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Deutsche Bank पूरी तरह Exit करना चाहता है India Retail से
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बैंक के पास अभी 17 शाखाएँ, ज्यादातर बंद होने की संभावना
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2025 में भारत में बैंक का मुनाफा 55% बढ़कर ₹3,070 करोड़ हुआ
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Approval की वजह से प्रक्रिया लंबी चलेगी
पूरी खबर — आसान भाषा में समझिए.
भारत में अब एक और विदेशी बैंक अपना रिटेल कारोबार बेचने की तैयारी कर रहा है। जर्मनी का Deutsche Bank अपने Retail Banking और Wealth Management पोर्टफोलियो को पूरी तरह बेचकर भारत के उपभोक्ता बैंकिंग मार्केट से बाहर निकलना चाहता है।
इस पोर्टफोलियो को खरीदने के लिए Kotak Mahindra Bank और Federal Bank के साथ बातचीत चल रही है। दोनों बैंकों ने इस पोर्टफोलियो को गहराई से स्टडी किया है और अब डील की कीमत और लोन बंडल के हिसाब पर बातचीत जारी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस पैकेज में Personal Loan, कुछ Mortgage Loans और High-Value Wealth Clients शामिल हैं। Deutsche Bank का Wealth Management AUM भारत में करीब ₹25,000 करोड़ है।

💼 क्यों बेच रहा है Deutsche Bank?
CEO Christian Sewing के नेतृत्व में बैंक वैश्विक स्तर पर एक बड़े री–स्ट्रक्चरिंग से गुजर रहा है। लक्ष्य है—
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Cost कम करना
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Retail की जगह Corporate व Investment Banking पर फोकस बढ़ाना
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Global profitability सुधारना
इसी रणनीति के तहत भारत का retail business बेचा जा रहा है, क्योंकि दुनिया भर में यह बैंक Retail से बाहर निकल रहा है।
🇮🇳 भारत में Deutsche Bank की स्थिति
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भारत में बैंक की 17 शाखाएँ हैं
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Retail revenue FY25 में ₹2,455 करोड़
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Retail assets: ₹25,038 करोड़
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FY25 में इंडिया प्रॉफिट: 55% की बढ़त—₹3,070 करोड़
हालाँकि बैंक लाभ में है, लेकिन भारत इसका अकेला non-Europe retail market है—यानी Deutsche इसे “outlier” मानता है और इसलिए बेचकर global model को uniform करना चाहता है।
🏦 Kotak और Federal Bank की क्या दिलचस्पी है?
दोनों भारतीय बैंक Personal Loan और Wealth Management में तेजी से विस्तार कर रहे हैं।
यह पोर्टफोलियो मिलने पर—
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High-Net-Worth Clients
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Ready Wealth Book
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Existing Personal Loan Book
—इन सबका सीधा फायदा मिलेगा।
FAQ
Q. क्या डील तुरंत पूरी हो जाएगी?
नहीं, approvals जर्मनी और भारत, दोनों जगह से मिलने हैं। इसलिए प्रक्रिया लंबी होगी।
Q. क्या Deutsche की शाखाएँ भी बिकेंगी?
ज़्यादातर शाखाएँ बंद होने की संभावना है। बैंक सिर्फ portfolio बेच रहा है।
Q. क्या इससे ग्राहकों पर असर पड़ेगा?
Personal loan और wealth clients की servicing नए बैंक के हाथ में जाएगी, संचालन सामान्य रहेगा।




