आई ड्रॉप का एक प्राकृतिक विकल्प मिला है, जिसे हाल ही में किए गए शोध में ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने हंसी और ठहाकों से जोड़ा है। अध्ययन के अनुसार, हंसने की थेरेपी आंखों के सूखने की समस्या, जिसे ड्राई आई सिंड्रोम कहा जाता है, को कम करने में बेहद कारगर साबित हो रही है।
दुनियाभर में करीब 36 करोड़ लोग ड्राई आई सिंड्रोम से जूझ रहे हैं, जिनमें से अकेले ब्रिटेन में हर सात में से एक शख्स इस समस्या का सामना कर रहा है।
महंगे आई ड्रॉप का विकल्प:
आमतौर पर लोग इस समस्या से निजात पाने के लिए महंगे आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अब वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि हंसी की थेरेपी एक बेहतर और प्राकृतिक तरीका है, जिससे इस समस्या को दूर किया जा सकता है।
अध्ययन कैसे हुआ:
इस शोध में लोगों को दो समूहों में बांटा गया। एक समूह को हंसी और ठहाकों का व्यायाम कराया गया और दूसरे समूह को दिन में चार बार आई ड्रॉप्स दिए गए। आठ हफ्तों तक दोनों समूहों पर नजर रखी गई, और परिणाम में यह पाया गया कि हंसी की थेरेपी से ड्राई आई की समस्या में सुधार देखा गया।
ड्राई आई सिंड्रोम के कारण:
- आंसू का कम बनना या आंसू जल्दी सूख जाना।
- एयर कंडीशनर, कंप्यूटर स्क्रीन या लंबे समय तक पढ़ने का असर।
- हार्मोनल बदलाव, जैसे रजोनिवृत्ति या गर्भावस्था।
लक्षण:
- लाल आंखें
- आंखों में जलन और खुजली
खतरे:
- आंखों में संक्रमण
- नजर कमजोर होना
- आंखों में सूजन
हंसी को अब एक प्रभावी थेरेपी के रूप में देखा जा रहा है, जो न केवल हमारी मानसिक सेहत बल्कि आंखों की सेहत के लिए भी फायदेमंद हो सकती है।