हाल ही में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के तहत अनियमित रूप से खोले गए खातों को नियमित करने के लिए नवीनतम दिशानिर्देश जारी किए हैं। आइए जानते हैं इस योजना से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु:
1. दादा-दादी द्वारा खोले गए खाते
अगर सुकन्या समृद्धि योजना का खाता दादा-दादी की अभिभावकता में खोला गया है, जो कि कानूनी अभिभावक नहीं हैं, तो अभिभावकता को कानूनी रूप से अधिकृत व्यक्ति, जैसे कि बच्चे के जीवित माता-पिता या कानूनी अभिभावक, को स्थानांतरित कर दिया जाएगा। यह नियम अगस्त 2024 के एक परिपत्र के अनुसार लागू किया गया है।
2. परिवार में दो से अधिक खाते
अगर किसी परिवार में दो से अधिक सुकन्या समृद्धि खाते खोले गए हैं, तो ऐसे अनियमित खाते बंद कर दिए जाएंगे। ये खाते योजना के दिशानिर्देशों के खिलाफ माने जाएंगे और इन्हें योजना के अनुसार बंद किया जाएगा।
3. PAN और Aadhaar अनिवार्यता
जो खाते पहले से ही पैन और आधार से जुड़े नहीं हैं, उन्हें जल्द से जल्द इन दस्तावेज़ों के विवरण को अपडेट करना होगा। ये जानकारी सिस्टम में डालकर नियमितीकरण के लिए भेजी जाएगी। सभी पोस्ट ऑफिसों को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे खातों की पहचान करें और खाताधारकों को नियमित करने के लिए सूचित करें।
4. क्या आपका खाता बंद हो सकता है?
सभी अनियमित खाते नियमितीकरण के लिए वित्त मंत्रालय के बजट विभाग के पास भेजे जाएंगे। केवल बजट विभाग की अनुमति के बाद ही इन खातों का निपटारा किया जाएगा।
5. सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक बचत योजना है, जिसे भारत सरकार ने लड़कियों के बेहतर भविष्य के लिए शुरू किया है। इसका उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा और विवाह के लिए आर्थिक स्थिरता प्रदान करना है।
6. सुकन्या समृद्धि योजना की विशेषताएँ:
- न्यूनतम जमा राशि ₹250 प्रति माह और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष।
- योजना पर ब्याज दर इस तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए 8.2% वार्षिक है।
- खाता खोलने की तारीख से 21 साल बाद खाता मैच्योर होता है।
- खाता तब तक माता-पिता या अभिभावक द्वारा संचालित किया जाएगा जब तक कि बच्ची 18 वर्ष की नहीं हो जाती।
7. खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- बच्ची का जन्म प्रमाण पत्र, जिस पर खाता खोला जाना है।
- अभिभावक की पहचान और निवास प्रमाण (आधार और पैन)।