नमस्कार मेरे पाठक. आपको याद है कि भारत में 3G लॉन्च हुआ था और उसके विभिन्न प्रकार के मोबाइल पर लांच किए गए थे लोगों ने धड़ाधड़ 3G मोबाइल खरीदना शुरू किया था और सुपर फास्ट इंटरनेट का आनंद अपने नोकिया और सैमसंग जैसे फोन में चलाना शुरू ही किया था की धड़ से 4जी मोबाइल सेवा आ गया. स्पीड के मामले में 3जी से कई गुना ज्यादा तेज था वही हवा भी नहीं लगा और 3G का नेटवर्क और पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर सिस्टम गायब हो गया. जिओ का 4G पैक आया और मुफ्त में लोगों को 4G इंटरनेट मिलने लगा और देखते ही देखते सबके हाथों में 4G मोबाइल पहुंच गया.
कुछ ऐसा ही फिर से होने जा रहा है. 5G मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को लॉन्च तो कर दिया गया है लेकिन इसके ऊपर चल रहे टैरिफ वार अभी तक खत्म नहीं हुए हैं. किसी भी कंपनी के तरफ से भरपूर 5G इस्तेमाल करने के लिए अब तक कोई शानदार पैकेज ग्राहकों को मुहैया नहीं कराया गया है. लेकिन देश में 6G सेवाओं को शुरू करने के सारे पैमाने पूरे कर लिए गए हैं और महा 6 महीने के भीतर उसको भी रोलआउट किया जा सकता है.
फायदा 60 में 5G के तुलना में 1000 गुना ज्यादा तेज स्पीड होगा और साथ ही साथ अन्य इतने फीचर मुहैया कराए जाएंगे जिसकी गिनती करते आप थक जाएंगे.
6G Roll Out करने की तैयारी शुरू
देश में 5जी आने के छह माह के भीतर ही 6जी की तैयारी की जाने लगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 6- जी दृिष्टकोण पत्र (टीआईजी – 6जी) का अनावरण कियाइस दौरान उन्होंने कहा कि भारत ने ये जो पहल की है, इससे उसका आत्मविश्वास झलकता है. प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के नए ‘क्षेत्रीय कार्यालय और नवाचार केंद्र का बुधवार को उद्घाटन किया. क्षेत्रीय कार्यालय पूरी तरह से भारत द्वारा वित्तपोषित है. यह सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट ) भवन में स्थित है. उन्होंने कहा कि यह आईटीयू कार्यालय देश में 6जी के लिए सही परिवेश बनाने में मदद करेगा.
5जी से 1000 गुना ज्यादा गति
दूरसंचार विभाग की तरफ से जारी ‘दृिष्टकोण पत्र’ में कहा गया है कि 5जी प्रौद्योगिकी 40-1,100 एमबीपीएस की गित का वादा करती है और इसकी अिधकतम रफ्तार 10,000 एमबीपीएस तक जा सकती है. वहीं 6जी प्रति सेकंड एक टेराबाइट की गित की पेशकश करेगीयह 5जी की रफ्तार से 1,000 गुना अधिक है.