Indian Expats Jobs in Israel. इजराइल में हमास के हमलों के कारण हुए नुकसान की मरम्मत का जिम्मा अब उत्तर प्रदेश के 10,000 निर्माण श्रमिकों के कंधों पर होगा। यह एक बड़ी पहल है जिसके तहत यूपी से निर्माण श्रमिक इजराइल भेजे जा रहे हैं। श्रम एवं सेवायोजन विभाग ने इस पहल की शुरुआत कर दी है।
श्रमिकों का चयन और प्रक्रिया 🛠️
सभी जिलों से इच्छुक निर्माण श्रमिकों का ब्यौरा मांगा जा रहा है। इजराइल जाने से पहले, श्रमिकों को एक विशेष टेस्ट पास करना होगा। इजराइल को अपने नुकसान की मरम्मत के लिए एक लाख श्रमिकों की आवश्यकता है, जिसमें से यूपी से 10,000 श्रमिकों का चयन हो रहा है। प्रत्येक निर्माण श्रमिक को ₹1,38,000 का मेहनताना मिलेगा।
इज़राइल-हमास युद्ध का संक्षिप्त परिचय ⚔️
इज़राइल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच चल रहे संघर्ष के बीच, इराक ने गाजा पट्टी को 10 मिलियन लीटर ईंधन का दान दिया है। इराकी सैन्य प्रवक्ता याह्या रसूल ने बताया कि इराकी सरकार ने इस शिपमेंट के लिए मिस्र के साथ समन्वय किया था। 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमास द्वारा किए गए हमले के जवाब में इज़राइल ने गाजा में लगातार हवाई और जमीनी हमले किए, जिसमें 20,000 से अधिक लोग मारे गए।
महत्वपूर्ण जानकारी 📊
सूचना | विवरण |
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निर्माण श्रमिकों की संख्या | 10,000 |
चयनित राज्य | उत्तर प्रदेश |
इजराइल जाने का उद्देश्य | हमास के हमले से हुए नुकसान की मरम्मत |
मेहनताना | ₹1,38,000 प्रति श्रमिक |
आवश्यक परीक्षण | विशेष टेस्ट पास करना |
इजराइल में हमास के हमलों से हुए नुकसान की मरम्मत में यूपी के निर्माण श्रमिकों की भागीदारी न सिर्फ भारत और इजराइल के बीच के संबंधों को मजबूत करेगी बल्कि यह श्रमिकों के लिए भी एक अनूठा अनुभव और आय का स्रोत होगा। इस पहल से दोनों देशों के बीच की सांस्कृतिक और आर्थिक बंधन मजबूत होंगे।